Q2 Results: दूरसंचार क्षेत्र की दिग्गज घरेलू कंपनी भारती एयरटेल ने 30 सितंबर, 2025 को समाप्त तिमाही के दौरान अपने समेकित शुद्ध लाभ में दोगुने से भी अधिक की उछाल दर्ज की और यह बढ़कर 8,651 करोड़ रुपये हो गया, जबकि उसका समेकित राजस्व 52,145 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने जुलाई-सितंबर 2024 की अवधि में 4,153 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया था। दूरसंचार कंपनियों की वृद्धि का निर्धारण करने वाला प्रमुख पैमाना प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व (एआरपीयू) 30 सितंबर को समाप्त हुई तिमाही में बढ़कर 256 रुपये हो गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 233 रुपये था। कंपनी के घरेलू कारोबार ने 38,690 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया और इसमें पिछले साल के मुकाबले लगभग 23 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
कंपनी के वाइस चेयरमैन और प्रबंध निदेशक गोपाल विट्टल ने कहा, ‘हमने एक और तिमाही में दमदार प्रदर्शन किया और 52,145 करोड़ रुपेय का समेकित राजस्व हासिल किया। इसमें तिमाही आधार पर 5.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह हमारे पोर्टफोलियो की मजबूती को रेखांकित करता है। पैसिव बुनियादी सेवाओं सहित भारत के हमारे राजस्व में 2.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई। अफ्रीका ने 7.1 प्रतिशत की स्थिर मुद्रा राजस्व वृद्धि के साथ एक और तिमाही में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।’
अंबुजा सीमेंट्स का जुलाई-सितंबर तिमाही में शुद्ध लाभ सालाना आधार पर चार गुना से अधिक होकर 2,302 करोड़ रुपये हो गया। अदाणी समूह की इस कंपनी का पिछले साल इसी तिमाही में मुनाफा 496 करोड़ रुपये रहा था। अंबुजा सीमेंट्स ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि चालू वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी (जुलाई-सितंबर) तिमाही के शुद्ध लाभ में 1,697 करोड़ रुपये का आयकर के लिए किए गए प्रावधान को ‘पलटना’ शामिल है। समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी की परिचालन आय सालाना आधार पर 7,552 करोड़ रुपये से बढ़कर 9,174 करोड़ रुपये हो गई। अंबुजा सीमेंट्स के पूर्णकालिक निदेशक एवं मुख्य कार्य अधिकारी विनोद बाहेती ने कहा कि यह तिमाही सीमेंट उद्योग के लिए उल्लेखनीय रही है।
दैनिक उपभोक्ता वस्तु (एफएमसीजी) क्षेत्र की दिग्गज कंपनी टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान शुद्ध लाभ में 11 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है और उसका लाभ 404 करोड़ रुपये रहा।
इस तिमाही के दौरान शुद्ध बिक्री पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 17.8 प्रतिशत बढ़कर 4,966 करोड़ रुपये हो गई। भारत में चाय और नमक जैसे मुख्य कारोबार में दो अंकों की वृद्धि की बदौलत यह इजाफा हुआ। इसके भारतीय कारोबार में पैकेज्ड पेय कारोबार का राजस्व जुलाई-सितंबर तिमाही में 12 प्रतिशत तथा कॉफी का राजस्व 56 प्रतिशत बढ़ा। भारत में इसके खाद्य कारोबार का राजस्व 19 प्रतिशत से अधिक बढ़ा। इसके मूल्यवर्धित नमक पोर्टफोलियो में 23 प्रतिशत की वृद्धि हुई। टाटा संपन्न पोर्टफोलियो ने अपनी रफ्तार बरकार रखी और तिमाही के दौरान 40 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। उसके अंतरराष्ट्रीय कारोबार ने भी अपनी रफ्तार जारी रखी तथा अमेरिका में कॉफी के निरंतर दमदार प्रदर्शन के दम पर स्थिर मुद्रा में उसके राजस्व में 9 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
प्रमुख आभूषण और घड़ी निर्माता कंपनी टाइटन का वित्त वर्ष 2025-26 की सितंबर तिमाही का एकीकृत शुद्ध मुनाफा 59 प्रतिशत बढ़कर 1,120 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी ने शेयर बाजारों को यह जानकारी दी। कंपनी ने एक साल पहले जुलाई-सितंबर तिमाही में 704 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा अर्जित किया था। सितंबर तिमाही में कंपनी की बिक्री 22.17 प्रतिशत बढ़कर 16,461 करोड़ रुपये की हो गई। पिछले साल की इसी तिमाही में यह 13,473 करोड़ रुपये थी। सितंबर तिमाही में टाइटन का कुल खर्च 26.3 प्रतिशत बढ़कर 17,316 करोड़ रुपये हो गया।
टाइटन की कुल आय, जिसमें अन्य आय भी शामिल है, सितंबर तिमाही के दौरान 28.5 प्रतिशत बढ़कर 18,837 करोड़ रुपये हो गयी। तिमाही के दौरान, टाइटन का आभूषण कारोबार 29.3 प्रतिशत बढ़कर 16,522 करोड़ रुपये का हो गया। आभूषण कारोबार में, टाइटन का घरेलू कारोबार, जिसमें तनिष्क, मिया और ज़ोया शामिल हैं, 18 प्रतिशत बढ़कर 12,460 करोड़ रुपये हो गया।