टाटा संस (TATA Sons) को टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) से अब तक का सर्वाधिक 30,411 करोड़ रुपये लाभांश (Dividend) मिला है और समूह इस रकम का इस्तेमाल कर्नाटक में विस्ट्रॉन कॉरपोरेशन (Wistron) का प्लांट खरीदने में कर सकता है। सूत्रों के मुताबिक ताइवान की कंपनी के साथ यह सौदा करीब 5,000 करोड़ रुपये में हो सकता है।
साथ ही टाटा ग्रुप (Tata Group) अपनी सहायक इकाई टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स (Tata Electronics) के होसुर (तमिनलाडु) प्लांट पर 6,300 करोड़ रुपये का निवेश कर रहा है। इस प्लांट से जून अंत तक ऐपल (Apple) के उत्पाद बनने शुरू हो सकते हैं।
टाटा ग्रुप के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन (N. Chandrasekaran) ने ऐपल के CEO टिम कुक (Tim Cook) से सोमवार को मुंबई में मुलाकात की थी और भारत में ऐपल उत्पाद बनाने तथा बेचने की समूह की योजना पर उनसे चर्चा की थी।
ऐपल के उत्पाद बनाने के साथ ही टाटा ग्रुप देश भर में 100 एक्सक्लूसिव ऐपल स्टोर (जहां ऐपल के ही उत्पाद बिकेंगे) खोलकर ये उत्पाद बेचने की संभावना भी खंगाल रहा है। इस बारे में जानकारी के लिए टाटा ग्रुप को ईमेल किया गया, लेकिन खबर लिखे जाने तक कोई जवाब नहीं आया।
टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स को उम्मीद है कि अगले साल मार्च तक 1 लाख यूनिट उत्पादन क्षमता के साथ पूरा प्लांट चालू हो जाएगा। लेकिन इस साल जून तक प्लांट सालाना 40,000 यूनिट उत्पादन क्षमता के साथ शुरू कर दिया जाएगा।
टाटा के इस प्लांट में बनने वाले ऐपल के उत्पाद दूसरे देशों को भी निर्यात किए जाएंगे क्योंकि ऐपल उत्पादन के लिए चीन (China) पर अपनी निर्भरता कर करने पर ध्यान दे रही है।
टाटा ग्रुप विस्ट्रॉन प्लांट के लिए उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (PLI) योजना में भी आवेदन करेगा। मार्च, 2020 में सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक पुर्जों और इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग संकुलों को पूंजी सब्सिडी देने के लिए तीन प्रमुख योजना शुरू की थीं।
इनके जरिये सरकार देश में इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण को बढ़ावा देना चाहती है। इस प्लांट में 10,000 लोगों को रोजगार मिलेगा और यहां iPhone 14 बनाया जाएगा। टाटा ग्रुप अगले पांच साल में 90 अरब डॉलर की अपनी निवेश योजना के तहत सेमीकंडक्टर बनाने पर भी विचार कर रहा है।