ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) सात से आठ अरब डॉलर के मूल्यांकन पर पश्चिम एशिया और अमेरिका के वैश्विक निजी इक्विटी फंडों से 30 करोड़ डॉलर जुटाने पर विचार कर रही है। सौदे से जुड़े सूत्रों का कहना है कि इस कदम से प्रवर्तकों की हिस्सेदारी मौजूदा 40 फीसदी से कुछ घटकर करीब 37 से 38 फीसदी रह जाएगी।
सौदा होने के बाद, ओला इलेक्ट्रिक में पैसा लगाने वाले पहले निवेशक सॉफ्टबैंक की इक्विटी 20 प्रतिशत से कम हो जाएगी। सूत्रों का कहना है कि उन्हें इसके मौजूदा निवेशकों द्वारा शेयरों की दूसरी बिक्री की उम्मीद नहीं है। ओला के प्रवक्ता ने इस विषय में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। सूत्र ने कहा कि पैसा जुटाने की कवायद अभी शुरू हुई है और ओला इलेक्ट्रिक अगले कुछ महीनों में बातचीत करेगी और शर्तों को अंतिम रूप देगी।
यह समय इसलिए चुना गया है क्योंकि ओला इलेक्ट्रिक के इलेक्ट्रिक दोपहिया कारोबार का एबिटा पहले ही धनात्मक हो चुका है। मूल्यांकन प्रीमियम हासिल करने के लिए इसका लाभ उठाया जा सकता है, हालांकि बैटरी सेल जैसे अन्य कारोबार निवेश के चरण में हैं।
कंपनी जुटाए गए इस पैसे का इस्तेमाल दोपहिया संयंत्र के विस्तार के लिए करेगी, जिसकी सालाना क्षमता पांच लाख से लेकर 10 लाख है। यह ओला के बैटरी सेल कारखाने के लिए भी पैसा लगाएगी, जिसे सरकार की उत्पाद से जुड़ी प्रोत्साहन (PLI) योजना के तहत स्थापित किया जा रहा है।
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पैसा जुटाने की इस कवायद से पहले ओला ने जनवरी 2022 में टेकने प्राइवेट वेंचर्स, अल्पाइन ऑपर्च्युनिटी फंड और एडलवाइस वगैरह से 20 करोड़ डॉलर जुटाए थे। उस समय कंपनी का मूल्यांकन पांच अरब डॉलर होने का अनुमान जताया गया था।
20 प्रतिशत से अधिक की बाजार हिस्सेदारी के साथ ओला इलेक्ट्रिक पहले ही देश की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक दोपहिया कंपनी बन चुकी है और 2,00,000 से ज्यादा ई-स्कूटर बेच चुकी है।