इलेक्ट्रिक वाहन बनाने वाली कंपनी ओला इलेक्ट्रिक ने इक्विटी एवं ऋण के जरिये करीब 3,200 करोड़ रुपये जुटाने की घोषणा की है। यह रकम टेमासेक के नेतृत्व में प्रमुख निवेशकों से जुटाई गई है और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) से परियोजना के लिए ऋण लिया गया है।
सूत्रों के अनुसार निवेश के इस दौर से ओला इलेक्ट्रिक का मूल्यांकन बढ़कर 5.5 अरब डॉलर हो गया जो पहले 5 अरब डॉलर था। उन्होंने बताया कि ओला आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाना चाहती है और इस निवेश से बाजार में हलचल पैदा कर वह आईपीओ पर आगे बढ़ना चाहती है। आईपीओ 80 से 100 करोड़ डॉलर के बीच हो सकता है।
कंपनी की रणनीति से अवगत एक व्यक्ति ने कहा, ‘ओला निकट भविष्य में आईपीओ की तैयारी कर रही है। इसकी गिनती वाहन उद्योग के सबसे बड़े आईपीओ में हो सकती है।’ सूत्रों ने बताया कि निवेश के इस दौर में टेमासेक के अलावा डीआईजी और टाइगर ग्लोबल ने हिस्सा लिया। उन्होंने बताया कि ओला जुटाई गई रकम का उपयोग अपने ईवी कारोबार के विस्तार में करेगी। वह तमिलनाडु के कृष्णगिरि में भारत का पहला लीथियम आयन सेल कारखाना लगाने पर भी रकम खर्च करेगी।
इस रकम से ओला इलेक्ट्रिक को अपनी दोपहिया विनिर्माण क्षमता बढ़ाकर वृद्धि की रफ्तार तेज करने में भी मदद मिलेगी। कंपनी इलेक्ट्रिक मोटरसाइकल और उसके बाद इलेक्ट्रिक कार लाने की तैयारी कर रही है। यह गीगाफैक्टरी का निर्माण तेज करने पर भी काम कर रही है।
ओला इलेक्ट्रिक के संस्थापक एवं सीईओ भवीश अग्रवाल ने कहा, ‘ओला में हमारा लक्ष्य पेट्रोल-डीजल वाहनों का युग खत्म करना है। हमारी गीगाफैक्टरी भारत को दुनिया का ईवी केंद्र बनाने की दिशा में बड़ा कदम होगी।’
उन्होंने कहा, ‘हम ईवी और बैटरी के लिए मूल प्रौद्योगिकी तैयार करने के लिए कटिबद्ध हैं। पर्यावरण के अनुकूल मोबिलिटी को रफ्तार देने के लिए हम उत्पादन तेजी से बढ़ा रहे हैं। हमारे निवेशकों और ऋणदाताओं ने ओला के नजरिये में काफी भरोसा दिखाया है।’
पिछले साल जनवरी में ओला इलेक्ट्रिक ने 5 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर टेकने प्राइवेट वेंचर्स, अल्पाइन ऑपर्च्यूनिटी फंड, एडलवाइस एवं अन्य निवेशकों से करीब 20 करोड़ डॉलर जुटाए थे। सितंबर 2021 में कंपनी ने फाल्कन एज, सॉफ्टबैंक एवं अन्य निवेशकों से 3 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर 20 करोड़ डॉलर जुटाए थे।
इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में ओला इलेक्ट्रिक का मुकाबला ऐथर एनर्जी, ओकीनावा ऑटोटेक, एम्पियर, हीरो इलेक्ट्रिक और टीवीएस जैसी कंपनियों से है। कंपनी इलेक्ट्रिक कार बनाने की भी तैयारी कर रही है, जिससे इसकी सीधी होड़ टाटा मोटर्स, महिंद्रा ऐंड महिंद्रा और टेस्ला एवं ह्युंडै जैसी कंपनियों से हो जाएगी। कंपनी भविष्य के अपने उत्पादों को सफल बनाने के लिए अनुसंधान एवं विकास के साथ-साथ बैटरी उत्पादन पर भी काफी निवेश कर रही है।
ओला इलेक्ट्रिक सेल पीएलआई के लिए चुनी गई इकलौती भारतीय ईवी कंपनी है। एनट्रैकर की रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2022 में कंपनी का परिचालन राजस्व 373 करोड़ रुपये रहा और वित्त वर्ष 2021 में उसकी परिचालन आय महज 0.86 करोड़ रुपये रही थी।