Stock Market Closing Bell, 28 October: एशियाई बाजारों में गिरावट के बीच भारतीय शेयर बाजार मंगलवार को भारी उतार-चढ़ाव वाले सेशन में गिरावट में बंद हुए। आईटी और रियल्टी स्टॉक्स में गिरावट ने बाजार पर दबाव बनाया। हालांकि, मेटल और सरकारी बैंकिंग शेयरों में तेजी ने बाजार में गिरावट को सिमित करने के अहम भूमिका निभाई।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) गिरावट के साथ खुला। सुबह के कारोबार में बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) ने 84,625.71 अंक पर शुरुआत की, जो पिछले बंद से 153.13 अंक या 0.18% नीचे था। कारोबार के दौरान यह 84,219 अंक के नीचले और 84,986 अंक के हाई लेवल तक गया। अंत में यह 150.68 अंक या 0.18 फीसदी की गिरावट लेकर 84,628.16 पर बंद हुआ।
इसी तरह निफ्टी 50 (Nifty 50) 25,939.95 के स्तर पर खुला। खुलते ही इंडेक्स में भारी उतार चढ़ाव देखने को मिला। कारोबार के दौरान 25,810 अंक और 26,041 अंक के बीच झूलने के बाद यह 29.85 अंक या 0.11 फीसदी गिरकर 25,936 पर बंद हुआ।
एनरिच मनी के सीईओ पोनमुडी आर ने कहा, ”भारतीय शेयर बाजार ने एक अस्थिर एक्सपायरी सेशन का सामना किया। लेकिन अंत में मजबूती के साथ बंद होने में सफल रहा। निफ्टी 50 और बैंक निफ्टी दोनों ने कारोबार के अंतिम आधे घंटे में तेज रिकवरी दिखाई। कारोबार के दौरान ज्यादातर समय निफ्टी 50 ने 25,800 से 26,000 के संकीर्ण दायरे में कारोबार किया। यह अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतिगत घोषणा जैसे वैश्विक घटनाक्रमों से पहले निवेशकों की सतर्कता को दर्शाता है। इंडेक्स 25,930 के आसपास सपाट खुला, थोड़ी देर के लिए 25,900 के नीचे फिसला और फिर क्लोजिंग के समय अपने नुकसान की भरपाई कर ली।”
उन्होंने कहा, ”मेटल और चुनिंदा बैंकिंग शेयरों में खरीदारी देखने को मिली। जबकि आईटी, एफएमसीजी और रियल एस्टेट शेयरों पर हल्का दबाव रहा। अंतिम घंटों में आई तेजी ने बाजार की अहम मजबूती और निवेशकों के आत्मविश्वास को फिर से साबित किया, जो नवंबर सीरीज की शुरुआत के लिए सकारात्मक संकेत है। एक्सपायरी के बाद अस्थिरता घटने की उम्मीद है। इससे निफ्टी और बैंक निफ्टी दोनों के लिए शॉर्ट-टर्म ट्रेंड रचनात्मक रूप से बुलिश बना रहेगा और आने वाले सत्रों में नए हाई स्तर देखने को मिल सकते हैं।”
सेंसेक्स के शेयरों में ट्रेंट लिमिटेड, टेक महिंद्रा, बजाज फिनसर्व, एचसीएल टेक, महिंद्रा एंड महिंद्रा और बजाज फाइनेंस सबसे ज्यादा गिरावट में रहने वाले शेयरों में रहे। टाटा स्टील, एलएंडटी, भारतीय स्टेट बैंक, टाटा मोटर्स पीवी, कोटक बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज सबसे ज्यादा लाभ में रहे।
सेक्टोरल मोर्चे पर निफ्टी मेटल और पीएसयू बैंक में 1 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि हुई। दूसरी तरफ, निफ्टी रियल्टी सबसे ज्यादा नुकसान में रहा। इसके बाद आईटी, एनर्जी, फाइनेंशियल सर्विसेज, एफएमसीजी, फार्मा और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स का स्थान रहा। ब्रोडर मार्केट में निफ्टी मिडकैप इंडेक्स 0.02 प्रतिशत गिरकर बंद हुआ। जबकि निफ्टी स्मॉलकैप इंडेक्स 0.02 प्रतिशत चढ़कर हरे निशान में बंद हुआ।
एशिया के ज्यादातर बाजार मंगलवार को गिरावट में रहे। निवेशक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और जापान की नई प्रधानमंत्री साने ताकाइची की मुलाकात का इंतजार कर रहे हैं। ट्रंप सोमवार को सम्राट नरुहितो से मिल चुके हैं और अब वे ताकाइची से मिलने वाले पहले विदेशी नेता होंगे। जापान का निक्केई 0.25% गिरा, टॉपिक्स इंडेक्स 0.49% नीचे आया, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 1.4% टूटा, और ऑस्ट्रेलिया का ASX 200 0.31% कमजोर हुआ।
यह गिरावट उस समय आई जब अमेरिकी बाजारों में सोमवार को जोरदार तेजी देखी गई थी। S&P 500 में 1.23% की बढ़त, नैस्डैक में 1.86% की छलांग और डाउ जोन्स में 0.71% की बढ़त दर्ज की गई। अब निवेशकों की नजर बड़ी टेक कंपनियों के नतीजों, फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीति और अमेरिका-चीन व्यापार समझौते पर है, जो आने वाले दिनों में बाजार की दिशा तय करेंगे।