facebookmetapixel
कलकत्ता हाईकोर्ट ने दिया बड़ा आदेश: पूरे पश्चिम बंगाल में मनरेगा के तहत काम तुरंत शुरू किया जाएबीमा नियमों में ग्राहकों की अपेक्षाओं और इच्छाओं को शामिल करने की जरूरत: IRDAI चेयरमैनबोर्ड के निर्णय लेना नियामक का काम नहीं: गवर्नर संजय मल्होत्रावित्त वर्ष 2025 में 6.85% से अधिक की दर से बढ़ेगी भारतीय अर्थव्यवस्था: मुख्य आर्थिक सलाहकार नागेश्वरनजीएसटी सुधार और त्योहारी मांग से वाहन बिक्री में बूम, अक्टूबर में बना नया कीर्तिमाननियम का दोहराव घटाने के लिए साथ मिलकर हो काम: आरबीआई डिप्टी गवर्नर स्वामीनाथन जेबैंकिंग सिस्टम में धोखाधड़ी कम नहीं, डिजिटल सुरक्षा को मजबूत करना जरूरी: आरबीआई डिप्टी गवर्नरसमझौते के लिए फ्यूचर समूह और एमेजॉन में बातचीत जारीGroww IPO को मिला शानदार रिस्पॉन्स, 18 गुना से ज्यादा सब्सक्राइबसेबी ने आईपीओ के वैल्यूएशन पर जताई चिंता, छोटे निवेशकों की सुरक्षा के लिए कड़े कदमों की जरूरत बताई

अब यूजर्स खुद बदल पाएंगे अपने स्मार्टफोन की बैटरी, आने वाला है नया कानून

पहले लोग अपने फोन में बैटरी आसानी से बदल सकते थे क्योंकि फोन के बैक पैनल को हटाया जा सकता था। लेकिन आजकल कई स्मार्टफोन ग्लास और मेटल से बने होते हैं और बैटरी को अब यूजर द्वारा

Last Updated- June 20, 2023 | 6:49 PM IST
emergency alert

ऐसा लगता है कि स्मार्टफोन निर्माताओं के लिए कठिन समय आने वाला है, यूरोपीय संघ ने एक कानून को मंजूरी दे दी है जिसके अंतर्गत OEMs को कस्टमर्स को फोन की बैटरी बदलने की अनुमति देनी होगी। यह स्मार्टफोन इंडस्ट्री के लिए बड़ी खबर है और उन कस्टमर्स के लिए अच्छा है जो किसी क्षति या अन्य समस्या के कारण अपने फोन की बैटरी यूनिट को बदल नहीं पाते।

EU चाहता है कि लोगों के लिए स्मार्टफोन और टैबलेट जैसे डिवाइस में बैटरी बदलना आसान हो जाए। वे चाहते हैं कि बैटरियां पोर्टेबल हों, जिसका अर्थ है कि उपभोक्ता उन्हें आसानी से निकाल सकें और जरूरत पड़ने पर नई लगा सकें।

पहले लोग अपने फोन में बैटरी आसानी से बदल सकते थे क्योंकि फोन के बैक पैनल को हटाया जा सकता था। लेकिन आजकल कई स्मार्टफोन ग्लास और मेटल से बने होते हैं और बैटरी को अब यूजर द्वारा आसानी से बदला नहीं जा सकता है।

यूरोपीय संसद ने एक नया नियम बनाया है जिसमें कहा गया है कि कंपनियों को बैटरी वाले फोन बनाने चाहिए जिन्हें विशेष उपकरण या गोंद की जरूरत के बिना लोगों द्वारा आसानी से बदला जा सके। 587 लोगों ने इस नियम के पक्ष में वोट किया, जबकि सिर्फ 9 लोगों ने इसके खिलाफ वोट किया।

इसका मतलब यह है कि भविष्य में हमारे लिए बिना किसी अतिरिक्त जटिलता के अपने फोन की बैटरी बदलना आसान हो जाएगा। इस नियम के साथ, यूरोपीय संसद ने संभावित रूप से आसानी से बदली जाने वाली बैटरी के युग को पुनर्जीवित किया है।

Also Read: अब शार्ट वीडियो ऐप Chingari ने किया छंटनी का ऐलान, 20 प्रतिशत कर्मचारियों को निकालेगी कंपनी

आसानी से बदली जा सकने वाली फ़ोन बैटरियों के बारे में नया कानून अभी केवल यूरोपीय संघ में लागू होगा। लेकिन आने वाले समय में दुनिया के दूसरे देश भी इस तरह के नियम बना सकते हैं। वैसे निर्माताओं को तत्काल परिवर्तन करने की जरूरत नहीं है। कानून आज से 3.5 साल बाद लागू तक होगा, जिसका मतलब है कि आप 2027 की शुरुआत में ऐसा होने की उम्मीद कर सकते हैं।

First Published - June 20, 2023 | 6:49 PM IST

संबंधित पोस्ट