दिसंबर के मध्य में अपने निचले स्तर के बाद से वाहन कलपुर्जा विनिर्माता महिंद्रा सीआईई ऑटोमोटिव का शेयर कारोबार में 13 प्रतिशत से अधिक बढ़त बना चुका है। इस लाभ में इन उम्मीदों से भी सुधार हुआ है कि लाभ पर ध्यान केंद्रित करने, भारतीय परिचालन में निरंतर वृद्धि और पूंजीगत दक्षता में सुधार से इसके मार्जिन प्रोफाइल और प्रतिफल अनुपात में सुधार होगा। कंपनी ने अपनी वित्तीय स्थिति में सुधार के लिए जो विभिन्न कदम उठाए हैं, उनमें सीआईई फोर्जिंग जर्मनी में शामिल अपना जर्मन वाणिज्यिक वाहन फोर्जिंग परिचालन बेचने की योजना भी शामिल है।
घाटे में चल रही इस कंपनी ने एक अंक के निचले स्तर वाले परिचालनगत लाभ मार्जिन के साथ समेकित राजस्व में लगभग 20 प्रतिशत का योगदान दिया है। पिछले चार वर्षों में इसका घाटा 2.2 करोड़ यूरो से अधिक रहा है। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज (खुदरा इक्विटी अनुसंधान) के शशांक कनोडिया और राघवेंद्र गोयल कहते हैं कि कारोबार के इस हिस्से को बेचना कंपनी के समेकित मार्जिन प्रोफाइल और पूंजीगत दक्षता आधार के लिए अच्छा संकेत है। इसके यूरोपीय परिचालन में 10 से 12 प्रतिशत के स्थिर मार्जिन की तुलना में भारतीय कारोबार का स्तर 15 प्रतिशत है।
हालांकि यह वाणिज्यिक फोर्जिंग कारोबार की बिक्री करेगी, जो भू-राजनीतिक संघर्ष और ऊर्जा की अधिक कीमतों के कारण अनिश्चितता का सामना कर रहा था, लेकिन इस बिक्री से यूरोप में इसके संयंत्रों और सहायक कंपनियों से यूरोप के हल्के वाहन उद्योग को फोर्जिंग कलपुर्जों आपूर्ति पर अपना ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलेगी।
यूरोप में हल्के वाहन उद्योग में तेजी से इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर बदलाव देखा जा रहा है और कंपनी इस बदलाव के प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित कर रही है। कंपनी भारतीय वाहन उद्योग में उभर रहे विकास के अवसरों से भी लाभ हासिल करना चाहती है। कंपनी ने हाल में एक प्रेस विज्ञप्ति में इस बात पर जोर दिया था।
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कनोडिया और गोयल कहते हैं कि भारतीय परिचालन में मात्रात्मक वृद्धि की दृष्टि से कैलेंडर वर्ष 2021 से 2024 के दौरान कुल बिक्री सालाना 14.7 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है। उन्हें इस बात की भी उम्मीद है कि कच्चे माल की कीमतों में नरमी और परिचालन क्षमता के मद्देनजर मार्जिन में भी सुधार होगा।
अधिक बिक्री वृद्धि की तुलना में लाभ वृद्धि पर ध्यान केंद्रित करने से भी मार्जिन में सुधार की उम्मीद है। मोतीलाल ओसवाल रिसर्च के अनुसार प्रबंधन ने निकट भविष्य में 15 प्रतिशत से अधिक परिचालनगत लाभ मार्जिन (कैलेंडर वर्ष 21 में लगभग 12 प्रतिशत के मुकाबले) हासिल करने के लक्ष्य के साथ लाभ वृद्धि पर अपना ध्यान केंद्रित करने की बात दोहराई है।
इसके अलावा कंपनी को उम्मीद है कि कैलेंडर वर्ष 2021 में 13 प्रतिशत की तुलना में घरेलू बाजार में परिचालनगत मार्जिन में अगले दो से तीन साल के दौरान 17 से 18 प्रतिशत (कच्चे माल में गिरावट के पूर्वानुमान के बिना) का विस्तार होगा, जो मूल्य संवर्धित उत्पादों और परिचालनगत प्रोत्साहन से प्रेरित होगा। विश्लेषकों का कहना है कि इसे अधिक मार्जिन और निवेश पर ज्यादा प्रतिफल वाले नए ऑर्डरों से मदद मिलेगी।