पिछले चार वर्षों के दौरान मूल्यांकन में तीन गुना वृद्धि, कोविड के बाद बिस्तरों की संख्या में करीब तीन गुना बढ़ोतरी और 2020 के बाद किए गए चार बड़े अधिग्रहण- मेडिका, कोलंबिया एशिया, एएमआरआई और विक्रम हॉस्पिटल्स- के बल पर मणिपाल हॉस्पिटल्स देश भर में अपनी मौजूदगी दर्ज करा चुकी है। बुधवार को उसने सह्याद्रि हॉस्पिटल्स का अधिग्रहण किया।
इस मामले से अवगत विभिन्न सूत्रों के अनुसार, अब मणिपाल हॉस्पिटल्स का मूल्यांकन करीब 8,000 करोड़ रुपये बढ़कर 13 अरब डॉलर हो चुका है। यह 2021 में बताए गए 3 अरब डॉलर (लगभग 25,000 करोड़ रुपये) मूल्यांकन के मुकाबले तीन गुना से भी अधिक है। एक सूत्र ने बताया कि कंपनी 2026 में आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के साथ पूंजी बाजार में दस्तक देने की तैयारी कर रही है। यह सौदा मणिपाल को भारत की सबसे बड़ी अस्पताल श्रृंखला के रूप में भी स्थापित करता है। कुल बिस्तर क्षमता महामारी से पहले 4,500 बिस्तरों की थी जो बढ़कर करीब 12,000 बिस्तरों की हो चुकी है।
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एक सूत्र ने कहा, ‘सह्याद्रि के साथ कंपनी का मूल्यांकन 13 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। यह करीब 12 अरब डॉलर के सौदा पूर्व मूल्यांकन से 1 अरब डॉलर या करीब 8,000 करोड़ रुपये अधिक है।’ बेंगलूरु की स्वास्थ्य सेवा कंपनी मणिपाल हॉस्पिटल्स ने 194 अरब डॉलर की शुद्ध परिसंपत्ति वाले वैश्विक निवेशक ओंटारियो टीचर्स पेंशन प्लान से सह्याद्रि हॉस्पिटल्स का अधिग्रहण किया है। बताया जा रहा है कि यह सौदा 6,000 करोड़ रुपये से अधिक का है। उद्योग के एक सूत्र ने कहा, ‘यह सौदा 6,000 करोड़ रुपये और 2,000 करोड़ रुपये से अधिक की तेजी के साथ मणिपाल के मूल्यांकन को करीब 8,000 करोड़ रुपये बढ़ा देगा।’
कंपनी 2026 में 1 अरब डॉलर के आईपीओ के साथ पूंजी बाजार में दस्तक दे सकती। मगर टेमासेक, मुबाडाला इन्वेस्टमेंट कंपनी, टीपीजी अथवा रंजन पई के संस्थापक परिवार जैसे किसी भी बड़े निवेशक के पूरी तरह से बाहर निकलने की संभावना नहीं है। एक सूत्र ने आगे कहा, ‘न तो टेमासेक और न ही कोई अन्य निवेशक पूरी तरह बाहर निकलने के बारे में सोच रहा है।’
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पिछले साल, मणिपाल ने 1,400 करोड़ रुपये के एक सौदे के तहत कोलकाता की मेडिका सिनर्जी में 87 फीसदी हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया था। इसी प्रकार 2023 में उसने 2,300 करोड़ रुपये के एक सौदे के तहत इमामी समूह के एएमआरआई हॉस्पिटल्स में 84 फीसदी हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया था। अन्य प्रमुख अधिग्रहण में 2021 में कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल्स और विक्रम हॉस्पिटल का अधिग्रहण शामिल है। इन अधिग्रहण से कंपनी की मौजूदगी पश्चिमी, उत्तरी और पूर्वी भागों में बढ़ी है।