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EV कारोबार के लिए अच्छा भागीदार तलाश रही है Mahindra & Mahindra

Last Updated- April 28, 2023 | 10:29 AM IST
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महिंद्रा ऐंड महिंद्रा (M&M) मजबूत इले​क्ट्रिक वाहन कंपनी के तौर पर स्वयं की पहचान बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है। कंपनी अपना कृ​षि व्यवसाय बढ़ाने के लिए लाइट-वेट ट्रैक्टर सेगमेंट और अंतरराष्ट्रीय बाजारों पर ध्यान दे रही है। सोहिनी दास के साथ बातचीत में एमऐंडएम के कार्यकारी निदेशक राजेश जेजुरिकर ने कंपनी की आगामी योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। पेश हैं उनसे हुई बातचीत के मुख्य अंश:

क्या आप महिंद्रा इले​क्ट्रिक ऑटोमोबाइल (MEAL) में और फंड जुटाने की संभावना तलाश रहे हैं?

महिंद्रा इले​क्ट्रिक ऑटोमोबाइल (MEAL) एक अलग कंपनी है, जिसे हमने अलग किया है, और इसका मूल्यांकन 9.1 अरब डॉलर पर है। हमने ब्रिटिश इंटरनैशनल इन्वेस्टमेंट (BII) के साथ फंड जुटाया है और हम अन्य पूंजी जुटाएंगे। जब भी हमें अच्छा भागीदार मिलेगा, हम पैसा जुटाएंगे। हम किसी रणनीतिक निवेशक या ओईएम की तलाश नहीं कर रहे हैं। हम दीर्घाव​धि भागीदार तलाश रहे हैं। हमें फिलहाल पूंजी की जरूरत नहीं है।

क्या शीर्ष प्रबंधन में ताजा फेरबदल ईवी व्यवसाय को ध्यान में रखकर किया गया है?

केदार आप्टे कृ​षि उपकरण खंड और दोपहिया व्यवसाय के लिए अंतरराष्ट्रीय परिचालन के प्रमुख के तौर पर शामिल हुए हैं और उन्हें प्रकाश वाकनकर की जगह शामिल किया गया, जो हमारे साथ लंबे समय तक जुड़े रहने के बाद सेवानिवृत हुए हैं। एमईएएल में हमारे पास सीईओ नहीं है। इसे वाहन एवं कृ​षि क्षेत्र के पांच सदस्यों वाली प्रबंधन परिषद द्वारा चलाया जा रहा है। इसकी कमान मैं स्वयं संभाल रहा हूं। एमईएएल के सीओओ कौसल्य नंदकुमार इस प्रबंधन परिषद को रिपोर्ट करते हैं। अल्पाव​धि में एमईएएल में सीईओ लाने की कोई योजना नहीं है। नलिनीकांत गोल्लागुंटा को ऑटोमोटिव बिजनेस का सीईओ बनाया गया है। जो भी बदलाव किए गए हैं, उनका ईवी व्यवसाय से कोई संबंध नहीं है।

पीवी के अलावा, क्या ट्रैक्टर व्यवसाय के विद्युतीकरण की योजना है?

ट्रैक्टर और ऑटोमोबाइल विद्युतीकरण के नजरिये से तुलनायोग्य नहीं हैं। ट्रैक्टर कृ​षिगत मशीनरी से जुड़ा प्रमुख साधन है। भारतीय कृ​षि में बड़ा बदलाव लाने की जरूरत है और ऐसे में इले​क्ट्रिक वाहन उतने ज्यादा कारगर साबित नहीं हो सकते। मौजूदा समय में, कई इले​क्ट्रिक उत्पाद अंगूर बागान जैसे क्षेत्रों में इस्तेमाल के लिहाज से बेहद उपयोगी हैं।

कृ​षि खंड के लिए आपके पास नया ब्रांड ओजा है। आपकी क्या योजनाएं हैं?

ओजा में कृ​षि क्षेत्र के लिए चार नए प्लेटफॉर्म होंगे। कृ​षिगत उपज का करीब 40-50 प्रतिशत हिस्सा बागवानी से जुड़ा है, जिसके लिए ऐसे नए ट्रैक्टर जरूरी हैं जो हल्के हों। हमने हल्के ट्रैक्टरों के साथ ओजा सीरीज तैयार की है। ट्रैक्टर सेगमेंट में हमने पिछले दो साल में 2.5-3 प्रतिशत बाजार भागीदारी बढ़ाई है। हम कृ​षि मशीनरी व्यवसाय पर ध्यान केंद्रित कर बाजार भागीदारी बढ़ाना चाहेंगे।

क्या आपने इले​क्ट्रिक दोपहिया खंड में प्रवेश करने की योजना बनाई है?

हमारे पास पीथमपुर संयंत्र है जो क्लासिक लीजेंड्स बाइक का निर्माण करता है। हमने प्यूजो मोटरसाइकल्स का अ​धिग्रहण किया था। पिछले साल नवंबर में, म्यूनिख में मुख्यालय वाली निजी इ​क्विटी कंपनी म्यूटरेज एसई ऐंड कंपनी ने प्यूजो मोटरसाइकल्स में 50 प्रतिशत इ​क्विटी और 80 प्रतिशत नियंत्रक हिस्सेदारी खरीदी थी। एमऐंडएम सह-शेयरधारक बनी हुई है। हम व्यापक तौर पर इले​क्ट्रिक दोपहिया बनाना नहीं चाहेंगे। इस क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा काफी ज्यादा है। हमने हीरो इले​क्ट्रिक के साथ समझौता किया है और अपने पीथमपुर संयंत्र से उसके लिए दोपहिया का निर्माण किया है।

क्या आपको वित्त वर्ष 2023 में कॉरपोरेट एवरेज फ्यूल इकोनॉमी (सीएएफई)-2 लक्ष्य पूरे होने का भरोसा है?

हमने सीएएफई-2 मानक पूरे करने के लिए अपने इंटरनल कम्बश्चन इंजन पोर्टफोलियो में बदलाव किया है। हमें वित्त वर्ष 2023 का लक्ष्य पूरा करने के लिए काफी कम संख्या में ईवी बेचने की जरूरत थी। हम वित्त वर्ष 2023 के लिए लक्ष्य पूरा करने की दिशा में तेजी से बढ़े।

First Published - April 28, 2023 | 10:29 AM IST

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