facebookmetapixel
Jane Street vs SEBI: SAT ने जेन स्ट्रीट की अपील स्वीकार की, अगली सुनवाई 18 नवंबर कोVice President Elections: पीएम मोदी और राजनाथ सिंह ने डाला वोट, देश को आज ही मिलेगा नया उप राष्ट्रपतिदिवाली शॉपिंग से पहले जान लें नो-कॉस्ट EMI में छिपा है बड़ा राजपैसे हैं, फिर भी खर्च करने से डरते हैं? एक्सपर्ट के ये दमदार टिप्स तुरंत कम करेंगे घबराहटGST कटौती के बाद अब हर कार और बाइक डीलरशिप पर PM मोदी की फोटो वाले पोस्टर लगाने के निर्देशJane Street vs Sebi: मार्केट मैनिपुलेशन मामले में SAT की सुनवाई आज से शुरूGratuity Calculator: ₹50,000 सैलरी और 10 साल की जॉब, जानें कितना होगा आपका ग्रैच्युटी का अमाउंटट्रंप के ट्रेड एडवाइजर पीटर नवारो ने BRICS गठबंधन पर साधा निशाना, कहा- यह पिशाचों की तरह हमारा खून चूस रहा हैGold, Silver price today: सोने का वायदा भाव ₹1,09,000 के आल टाइम हाई पर, चांदी भी चमकीUPITS-2025: प्रधानमंत्री मोदी करेंगे यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 2025 का उद्घाटन, रूस बना पार्टनर कंट्री

JPMorgan Report: TCS, इन्फोसिस का अमेरिका के क्षेत्रीय बैंकों में ज्यादा पैसा

Last Updated- March 17, 2023 | 10:28 PM IST
JPMorgan
BS

जेपी मॉर्गन के विश्लेषकों ने शुक्रवार को कहा कि प्रमुख भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) और इन्फोसिस (Infosys) की अमेरिकी प्रांतों के क्षेत्रीय बैंकों में ज्यादा पूंजी जमा है। अमेरिका में बैंक मौजूदा समय में वित्तीय अनि​श्चितता से जूझ रहे हैं।

जेपी मॉर्गन ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अमेरिकी प्रांतों के क्षेत्रीय बैंकों का उनके राजस्व में 2-3 प्रतिशत योगदान है। वहीं हाल में बंद हुए सिलिकन वैली बैंक (SVB) में जमा पूंजी TCS, इन्फोसिस और छोटी प्रतिस्पर्धी एलटीआईमाइंडट्री के लिए 10-20 आधार अंक हो सकती है।

जेपी मॉर्गन ने कहा है कि सभी तीनों कंपनियों को SVB में अपने पूंजीगत जो​खिम की वजह से चौथी तिमाही में प्रावधान तय करने की जरूरत हो सकती है। इस क्षेत्र पर ‘अंडरवेट’ रेटिंग देने वाली जेपी मॉर्गन ने कहा है, ‘SVB, सिग्नेचर बैंक के बंद होने और पूरे अमेरिका तथा यूरोपीय संघ में तरलता को लेकर पैदा हुई चिंताओं से अल्पाव​धि के दौरान बैंकों द्वारा आईटी खर्च में नरमी आ सकती है।’

भारत के आईटी उद्योग को यूरोप और अमेरिका के कई प्रमुख बाजारों में चुनौतीपूर्ण वृहद आ​र्थिक परिवेश का पहले से ही सामना करना पड़ रहा है और अब दीर्घाव​धि सौदों पर निर्णय लेने की प्रक्रिया में विलंब के बीच आईटी खर्च पर दबाव बढ़ रहा है।

जेपी मॉर्गन ने कहा है कि बैंकिंग संकट से सौदों के पूरा होने में विलंब हो सकता है, अगली दो तिमाहियों में परियोजनाओं से राजस्व प्रभावित हो सकता है, और नए ऑर्डर पूरे होने में समय लग सकता है, जिससे राजस्व प्रभावित होगा।

भारतीय आईटी कंपनियां अपने राजस्व का बड़ा हिस्सा बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और बीमा (बीएफएसआई) क्षेत्र से प्राप्त करती हैं। इस सप्ताह एलटीआईमाइंडट्री ने कहा कि एसवीबी समेत अमेरिका के क्षेत्रीय बैंकों में उसका बेहद कम पैसा है।

First Published - March 17, 2023 | 10:28 PM IST

संबंधित पोस्ट