देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो का परिचालन करने वाली इंटरग्लोब एविएशन का बाजार पूंजीकरण (एमकैप) बुधवार को 1 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इंटरग्लोब यह सफलता हासिल करने वाली पहली घरेलू एयरलाइन कंपनी है।
कंपनी का शेयर दिन के कारोबार में 2,634 रुपये के सर्वाधिक ऊंचे स्तरों पर पहुंच गया। यह शेयर पिछले एक साल में करीब 55 प्रतिशत चढ़ा है।
गो फर्स्ट पर संकट के बीच इंटरग्लोब अपना नंबर वन का दर्जा बनाए रखने में कामयाब रही है। विश्लेषकों ने प्रतिफल और पैसेंजर लोड फैक्टर (PLF) में सुधार की वजह से कंपनी के परिचालन मार्जिन में इजाफा किया है।
विमानों की संख्या बढ़ाएगी विमानन कंपनी
इंडिगो ने अपने बेड़े में विमानों की संख्या में इजाफा किया है। जहां 2016 में विमानों की संख्या 100 थीं, वहीं अब उसके पास 300 से ज्यादा विमान हैं। एयरलाइन ने वर्ष 2030 तक अपना विमान बेड़ा दोगुना करने की योजना बनाई है।
कंपनी ने इस महीने के शुरू में 500 ए320 विमानों के लिए ऑर्डर दिया था जिनकी आपूर्ति वर्ष 2030 से 2035 के बीच की जाएगी। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के आंकड़ों के अनुसार, इंडिगो ने मई में 61.4 प्रतिशत घरेलू हवाई ट्रैफिक दर्ज किया। वहीं एयर इंडिया के लिए यह आंकड़ा 9.4 प्रतिशत रहा।
विमानन कंसल्टेंसी फर्म सीएपीए इंडिया ने ट्विटर पर कहा कि इंडिगो का बाजार पूंजीकरण 1 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंचना एक असाधारण उपलब्धि है, जिस पर पूरे उद्योग को उत्साहित होना चाहिए। उसने कहा है, ‘एयरलाइन ने न सिर्फ उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता की सेवाएं मुहैया कराई हैं बल्कि वह भारत में ऐसी एकमात्र विमानन कंपनी भी है जिसने शेयरधारकों को लगातार लाभ पहुंचाया है।’