Indigo ने 4,500 से अधिक पायलटों के लिए वार्षिक वेतन वृद्धि बहाल कर दी है क्योंकि वित्तीय स्थिति में बदलाव के कारण विमान कंपनी को तीन तिमाहियों के नुकसान के बाद वित्त वर्ष 23 की तीसरी तिमाही में लाभ अर्जित करने में मदद मिली है।
पिछले सप्ताह विमान कंपनी के प्रबंधन की ओर से भेजे गए ईमेल में पायलटों को अप्रैल से इस बहाली की जानकारी दी गई।
विमान कंपनी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (उड़ान ऑपरेशन) आशिम मित्रा ने कर्मचारियों को भेजे गए इस ईमेल में कहा है कि एयरबस और एटीआर बेड़े के भारतीय कैप्टनों (10,000 रुपये प्रति माह) और भारतीय फर्स्ट ऑफिसरों (5,000 रुपये प्रति माह) के लिए वार्षिक वेतन वृद्धि का हिस्सा 1 अप्रैल, 2023 से दोबारा शुरू हो जाएगा, जिसे कोविड के कारण बंद कर दिया गया था।
इंडिगो एटीआर विमान उड़ाने वाले फर्स्ट ऑफिसरों के वेतन में संशोधन करने की योजना बना रही है। ऐसे अधिकारियों को एयरबस के बेड़े में उनके समान पद वाले अधिकारियों की तुलना में कम वेतन दिया जाता है। मित्रा ने कहा कि ब्योरे पर काम किया जा रहा है और इसे उचित समय पर साझा किया जाएगा।
विमान कंपनी ने पायलटों का वेतन पिछले नवंबर से महामारी-पूर्व स्तर पर बहाल कर दिया है। वार्षिक वेतन वृद्धि फिर से शुरू की जा रही है, लेकिन कुछ भत्तों को बहाल किया जाना बाकी है। निर्धारित घंटों की संख्या पूरी करने वाले पायलटों को रात्रि कालीन (रेड-आई) उड़ानों के लिए भुगतान किया गया था, यह भत्ता बंद कर दिया गया है। पता चला है कि कुछ प्रशिक्षक भत्तों को भी संशोधित करके महामारी से पहले वाली दर पर नहीं किया गया है।
इंडिगो के एक अधिकारी ने कहा ‘हमने वैश्विक महामारी के दौरान पायलटों के लिए वेतन वृद्धि रोक दी थी, लेकिन अब हमने उसे फिर से शुरू कर दिया है क्योंकि कारोबार बढ़ रहा है। विमान कंपनी हर रोज 1,600 से 1,700 उड़ानें भर रही है और अपने पायलटों को प्रशिक्षण देकर क्षमता निर्माण भी कर रही है।’
लगातार तीन तिमाहियों के दौरान घाटे में रहने के बाद इंडिगो ने वित्त वर्ष 23 की तीसरी तिमाही में 1,422 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड मुनाफा दर्ज किया है। पिछले साल इसी अवधि में विमान कंपनी ने 129 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया था।