दोपहिया श्रेणी में शीर्ष स्थान पर पहुंचने की लड़ाई बढ़ती दिख रही है क्योंकि होंडा मोटरसाइकल ऐंड स्कूटर इंडिया खुदरा बिक्री में हीरो मोटोकॉर्प (Hero MotoCorp) के साथ अंतर तेजी से कम कर रही है।
मई 2023 में 18 प्रतिशत के ऐतिहासिक निचले स्तर पर पहुंचने के बाद होंडा बाजार हिस्सेदारी वापस हासिल करने में कामयाब रही है।
अब खुदरा बिक्री में हीरो मोटोकॉर्प और होंडा की बाजार हिस्सेदारी क्रमश: 28.86 प्रतिशत और 25.54 प्रतिशत है। मई 2023 में यह क्रमश: 35.54 प्रतिशत और 18.05 प्रतिशत थी। जून 2024 में यह अंतर घटकर केवल 45,607 वाहनों का रह गया था।
उद्योग के विशेषज्ञों के अनुसार पिछले साल होंडा की बिक्री में गिरावट की मुख्य वजह ओबीडी-2 (ऑन-बोर्ड डायग्नोस्टिक्स) मानदंडों का पालन नहीं किया जाना था। हालांकि होंडा एक्टिवा (Honda Activa) के कुछ मॉडल अपडेट कर दिए गए थे, लेकिन पिछले साल 1 अप्रैल को जब नए मानदंड पेश किए गए थे, तब व्यापक बाजार श्रेणी के अन्य उत्पाद इस राह पर नहीं थे।
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) के अध्यक्ष मनीष राज सिंघानिया ने कहा ‘हालांकि उद्योग ने पिछले अप्रैल में ओबीडी-2 के मानदंडों का रुख कर लिया, लेकिन होंडा तैयार नहीं थी। वे उत्पादन बढ़ाने में सक्षम नहीं थे। हीरो ने इसका फायदा उठाया तथा ज्यादा आंकड़े और ज्यादा बाजार हिस्सेदारी बनाए रखने में सक्षम रही।’
आसान शब्दों में कहें तो ओबीडी वाहन पर लगा एक कंप्यूटर सिस्टम होता है, जो उसके संचालन पर नजर रखता है और नियंत्रित करता है।
वाहन पर लगा कंप्यूटर वाहन में लगे सेंसर से आंकड़े प्राप्त करता है और किसी भी अनुचित गतिविधि के मामले में उपयोगकर्ता को सावधान करता है। यह सर्विस तकनीशियनों को वाहन की यह जानकारी देखने में भी मदद करता है कि क्या गड़बड़ हो सकती है तथा यह किसी डायग्नोस्टिक टूल के रूप में काम करता है।
बिजनेस स्टैंडर्ड के साथ बातचीत में होंडा के निदेशक (बिक्री और विपणन) योगेश माथुर ने कहा कि 1 अप्रैल, 2023 तक उनके स्टॉक में सभी मॉडल ओबीडी 2 के अनुरूप नहीं थे। माथुर ने कहा ‘उत्पादन दूसरी तिमाही में पटरी पर आया और अगस्त-सितंबर तक हमारे 100 प्रतिशत मॉडल ओबीडी2 के अनुरूप थे।’
होंडा ने दावा किया कि इस बदलाव के संबंध में स्पष्टता की कमी के कारण देर हुई और सरकारी अधिसूचना के बाद उन्होंने अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए सभी संसाधनों को जुटाया। इसमें चार से पांच महीने का समय लग गया।
माथुर ने कहा ‘इस तरह पिछले साल त्यौहारी सीजन हमारे लिए चुनौतीपूर्ण रहा क्योंकि डीलर स्टॉक मांग रहे थे और हमारे पास नहीं था नहीं। धीरे-धीरे हमने इसे पूरे भारत में एक समान रूप से उपलब्ध कराया।’ हीरो ने बिजनेस स्टैंडर्ड के सवालों का जवाब नहीं दिया।
इस बीच सिंघानिया ने अनुभव किया कि हीरो के लिए यह मौका खत्म हो गया है। उन्होंने कहा ‘होंडा ने उत्पादन बढ़ा दिया है।’ अलबत्ता मौजूदा स्टॉक के लिहाज से हीरो के पास अब भी अनुकूल हालात हैं। फाडा के अनुमान के अनुसार हीरो के पास 45 से 50 दिनों का फीडर स्टॉक है, जबकि होंडा के पास 10 से 12 दिनों का फीडर स्टॉक है।