वित्तीय संकट का सामना कर रही गो फर्स्ट के पायलटों को बिना किसी व्यवधान के नौकरी छोड़ने की इजाजत मिलनी चाहिए। फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (FIP) ने नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने रखे अपने पक्ष में ये बातें कही है।
पायलटों के निकाय ने मंत्री को पत्र लिखकर गो फर्स्ट के पायलटों की मदद के लिए हस्तक्षेप की मांग की है, जो विमानन कंपनी छोड़ने में अवरोध का सामना कर रहे हैं। निकाय ने सरकार से अनुरोध किया है कि ऐसे पायलटों को सहारा देने के लिए वह आदेश जारी करे।
पायलटों के निकाय ने कहा, वैसी विमानन कंपनी छोड़ने में पायलटों के सामने कोई अवरोध नहीं होना चाहिए, जो वित्तीय रूप से कमजोर हो और पायलटों की वित्तीय देनदारी पूरा करने में सक्षम न हो। जो भी पायलटों को वेतन देने की स्थिति में न हो उसे तत्काल सभी प्रभावित पायलटों को (जो इस्तीफा दे रहे हों) जाने देना चाहिए और वह भी कोई कदम उठाए बिना।
जहां भी नोटिस की अवधि लागू हो, नियोक्ता निश्चित तौर पर वेतन किसी एस्क्रो खाते में जमा कर लें या पोस्ट डेटेड चेक जारी करें ताकि वेतन भुगतान में किसी तरह का डिफॉल्ट न होना सुनिश्चित हो।