बजाज फाइनेंस, पीरामल एंटरप्राइजेज (Piramal Enterprises) और एडलवाइस ग्रुप जैसी फाइनेंशियल सर्विस कंपनियों ने मिलकर एक अप्रैल, 2019 और जनवरी 2024 के बीच 87 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड (Electoral bond) खरीदे।
पीरामल एंटरप्राइजेज, पीएचएल फिनवेस्ट प्राइवेट लिमिटेड और पीरामल कैपिटल एंड हाउसिंग फाइनेंस ने इस अवधि के दौरान 60 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे।
चुनाव आयोग द्वारा गुरुवार शाम को प्रकाशित विवरण के अनुसार, इसके बाद एडलवाइस समूह की तीन संस्थाओं ने चार करोड़ रुपये के बॉण्ड खरीदे, जबकि बजाज फाइनेंस ने 20 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे।
स्वर्ण पर कर्ज देने वाली वित्तीय कंपनी मुथूट फाइनेंस ने इस अवधि के दौरान तीन करोड़ रुपये के चुनावी बॉण्ड खरीदे। हालांकि, प्राप्तकर्ता राजनीतिक दलों के नामों का खुलासा नहीं किया गया। संपर्क करने पर इन कंपनियों ने फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
उच्चतम न्यायालय (Supreme Court) के निर्देश के अनुसार, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने मंगलवार शाम को चुनाव आयोग को उन संस्थाओं का विवरण सौंपा, जिन्होंने अब समाप्त हो चुके चुनावी बॉन्ड खरीदे थे और राजनीतिक दलों ने उन्हें प्राप्त किया था। एसबीआई ने 2018 में योजना की शुरुआत के बाद से 30 किश्तों में 16,518 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड जारी किए हैं।