एमसीए21 पोर्टल के संस्करण 3 में शुरुआती गड़बड़ियों के बाद उपयोगकर्ताओं (यूजर्स) की संख्या तेजी से बढ़ी है। सरकार से जुड़े सूत्रों ने बताया कि कंपनी मामलों के मंत्रालय ने 23 जनवरी के बाद कंपनी के निदेशकों और कारोबारी उपयोगकर्ताओं सहित प्रमाणित यूजर्स की संख्या में 20 गुना बढ़ोतरी दर्ज की है।
नए संस्करण3 की प्रमुख विशेषताओं में पोर्टल के माध्यम से लेन-देन करने वालों की पहचान शामिल है। इसमें प्रत्येक यूजर आईडी उसके पैन नंबर से जुड़ी है और उसके बाद मोबाइल और ई-मेल के माध्यम से प्रमाणन होता है। केवाईसी जरूरतें पूरी नहीं कर पाने वाले किसी फाइलिंग के लिए नए पोर्टल का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे।
23 जनवरी और 12 अप्रैल के बीच केवाईसी यूजर्स का एमसीए संस्करण 3 पोर्टल पर पंजीकरण 30,000 से बढ़कर 6,00,000 हो गया है। सरकार इन यूजर आईडी को निकट भविष्य में उनके आधार से जोड़ने की भी योजना बना रही है, जो केवाईसी जरूरतों का हिस्सा होगा। डायरेक्टर आइडेंटीफिकेशन नंबर या डीआईएन का प्रमाणन भी पैन के माध्यम से होगा।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, ‘तमाम लोग कई यूजर आईडी और पासवर्ड बना रहे हैं और पोर्टल पर लेन देन कर रहे है। ऐसे में अगर हम कोई कारण बताओ नोटिस जारी करते हैं तो वह किसी आईपी एड्रेस पर जाता है। अब इन आईडी के पीछे व्यक्ति की पहचान होती है जिसकी वजह से ज्यादा पारदर्शिता और जवाबदेही आई है।’
एक यूजर आईटी एकल पैन से जुड़ सकती है, वहीं चार्टर्ड एकाउंटेट और कंपनी सेक्रेटरी जैसे पेशेवरों को कई आईडी से जुड़ने की अनुमति होगी, जिसके लिए उन्हें अपने पेशेवर पंजीकरण संख्या का इस्तेमाल करना होगा।