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पीई-वीसी क्षेत्र में और ज्यादा फर्मों के आने से बढ़ी प्रतिस्पर्धा

वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में स्टॉक एक्सचेंज बीएसई का समेकित शुद्ध लाभ करीब 5 गुना बढ़कर 494 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।

Last Updated- May 06, 2025 | 11:01 PM IST
Q4 Results

निजी इक्विटी (पीई) और वेंचर कैपिटल (वीसी) फंडों का प्रतिस्पर्धी परिदृश्य और ज्यादा बढ़ता जा रहा है। इसमें हिस्सेदारी के लिए कंपनियों की संख्या बढ़ती जा रही है। बेन ऐंड कंपनी और आईवीसीए ने आज इंडिया प्राइवेट इक्विटी रिपोर्ट 2025 जारी की। इसके अनुसार भारत में सौदों में शामिल पीई की संख्या में साल 2016 से 2024 के बीच 60-65 प्रतिशत से ज्यादा का इजाफा हो चुका है। साल 2016 में 100 से 110 फंड थे जो साल 2024 में 170 से 180 तक हो गए हैं। यह पिछले 8 वर्षों में 6 से 7 प्रतिशत की सीएजीआर (चक्रवृद्धि वार्षिक दर) है।

भारत वैश्विक निवेशकों से लगातार मजबूत निवेश आकर्षित कर रहा है। प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियों (एयूएम) के आधार पर शीर्ष 30 वैश्विक फंडों में से 90 प्रतिशत की भारत में सक्रिय मौजूदगी है और उनकी संख्या पहले से ही बढ़ रही है। साल 2024 में फंडों की कुल संख्या में वैश्विक फंडों की हिस्सेदारी 50 से 55 प्रतिशत थी, जो साल 2016 में 40 से 50 प्रतिशत के करीब थी। साथ ही घरेलू फंड भी अपनी ताकत दिखा रहे हैं और अब कुल पीई फंडों में उनकी हिस्सेदारी 40 से 45 प्रतिशत है। बाकी हिस्सेदारी सरकार से जुड़े फंडों के पास है।

इतना ही नहीं रकम जुटाना भी तेजी से प्रतिस्पर्धी होता जा रहा है क्योंकि सीमित साझेदार (एलपी) नए निवेश के प्रमुख चालकों के तहत पिछले फंड प्रदर्शन को प्राथमिकता दे रहे हैं। इस रिपोर्ट के लिए किए गए सर्वेक्षण से पता चलता है कि भारत में 56 प्रतिशत फंडों ने कहा कि सीमित साझेदार अब दमदार ट्रैक रिकॉर्ड की मांग करते हैं, जिससे पिछला प्रदर्शन बाद की वित्तीय सहायता हासिल करने में महत्वपूर्ण कारक बन गया है।

एनएसई का मुनाफा 2,650 करोड़ रुपये हुआ

वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में एनएसई ने 2,650 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो एक साल पहले की समान तिमाही के 2,488 करोड़ रुपये के मुकाबले 6.5 फीसदी अधिक है। शुद्ध लाभ तिमाही आधार पर 31 फीसदी घट गया। परिचालन से भी एक्सचेंज का राजस्व सालाना आधार पर 18 फीसदी घटकर 3,771 करोड़ रुपये रह गया। ट्रांजेक्शन शुल्कों से राजस्व तिमाही आधार पर 15 फीसदी घट गया। एनएसई के निदेशक मंडल ने 35 रुपये प्रति शेयर के लाभांश की भी सिफारिश की है।

चौथी तिमाही में बीएसई का शुद्ध लाभ 5 गुना बढ़ा

वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में स्टॉक एक्सचेंज बीएसई का समेकित शुद्ध लाभ करीब 5 गुना बढ़कर 494 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। एक साल पहले की समान तिमाही के दौरान शुद्ध लाभ 107 करोड़ रुपये था। परिचालन से एक्सचेंज का राजस्व 856.6 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले के मुकाबले 75 फीसदी तक अधिक है। ट्रांजेक्शन शुल्कों में वृद्धि की वजह से एक्सचेंज को राजस्व बढ़ाने में मदद मिली। बीएसई ने 18 रुपये के फाइनल लाभांश और 5 रुपये के विशेष लाभांश की भी घोषणा की है। लाभांश के लिए रिकॉर्ड तारीख 14 मई है।

हिंदुस्तान पेट्रोलियम का लाभ 26 प्रतिशत बढ़ा

हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) का शुद्ध लाभ पिछले वित्त वर्ष (2024-25) की जनवरी-मार्च की चौथी तिमाही में 26 प्रतिशत बढ़ा है। ऊंचे रिफाइनिंग मार्जिन ने बकाया एलपीजी सब्सिडी को खत्म करने में मदद की, जिससे इस दौरान कंपनी का मुनाफा बढ़ा है। कंपनी ने मंगलवार को शेयर बाजार को दी जानकारी में बताया कि मार्च तिमाही में उसका एकीकृत शुद्ध लाभ 3,415.44 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 2,709.31 करोड़ रुपये था। कंपनी का मुनाफा पिछली (अक्टूबर-दिसंबर) तिमाही के 2,543.65 करोड़ रुपये की तुलना में भी बढ़ा है।

सीजी पावर ऐंड इंडस्ट्रियल को 275.49 करोड़ का लाभ

इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग उद्योग क्षेत्र की अग्रणी कंपनी सीजी पावर ऐंड इंडस्ट्रियल सॉल्यूशंस लिमिटेड का एकल आधार पर शुद्ध लाभ पिछले वित्त वर्ष (2024-25) की जनवरी-मार्च तिमाही में 275.49 करोड़ रुपये रहा है।

कंपनी ने वित्त वर्ष 2023-24 की इसी तिमाही में 240.59 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। पिछले पूरे वित्त वर्ष में कंपनी का शुद्ध लाभ 974.46 करोड़ रुपये रहा था, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 1,004.36 करोड़ रुपये रहा था। समीक्षाधीन तिमाही के दौरान एकल आधार पर कंपनी की कुल आय बढ़कर 2,632.10 करोड़ रुपये हो गई, जो वित्त वर्ष 2023-24 की इसी तिमाही में 2,139.31 करोड़ रुपये थी।

ब्रुकफील्ड इंडिया रीट की परिचालन आय 16% बढ़ी

ब्रुकफील्ड इंडिया रियल एस्टेट ट्रस्ट की जनवरी-मार्च तिमाही में शुद्ध परिचालन आय 16 प्रतिशत बढ़कर 488.5 करोड़ रुपये हो गई है। एक साल पहले इसी अवधि में उसकी शुद्ध परिचालन आय (एनओआई) 422 करोड़ रुपये रही थी। ब्रुकफील्ड इंडिया रियल एस्टेट ट्रस्ट ने यूनिटधारकों को 319 करोड़ रुपये वितरित करने का ऐलान किया है। कंपनी ने जनवरी-मार्च तिमाही के लिए अपने यूनिटधारकों को 319.1 करोड़ रुपये (5.25 रुपये प्रति यूनिट) वितरित करने की घोषणा की, जो वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही की तुलना में 10.5 प्रतिशत अधिक है। पूरे वित्त वर्ष 2024-25 में एनओआई सालाना आधार पर 1,350 करोड़ से बढ़कर 1,854 करोड़ रुपये हो गई।

First Published - May 6, 2025 | 11:01 PM IST

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