पश्चिमी एशिया की विमानन कंपनियों के पास सस्ते तेल का खास लाभ है, वहीं एयर इंडिया ज्यादा गुणवत्ता वाली सॉफ्टवेयर प्रतिभा से संपन्न है। एयर इंडिया के मुख्य डिजिटल और प्रौद्योगिकी अधिकारी (सीडीटीओ) सत्य रामास्वामी ने आज यह जानकारी दी।
उन्होंने कर्मचारियों को भेजे संदेश में कहा ‘हम पूरी तरह से तकनीकी रूप से दुनिया की सबसे उन्नत विमानन कंपनी बनने के लिए कड़ी मेहनत करके इस अनोखे प्रतिस्पर्धी लाभ का उपयोग करने का इरादा रखते हैं। हमने अपने मुख्य मानव संसाधन अधिकारी सुरेश त्रिपाठी और उनकी टीम की मदद से 250 से अधिक शीर्ष स्तर वाले आईआईटी स्नातकों को काम पर रखा है, जिनमें कुछ शीर्ष आईआईटी जेईई रैंक धारक भी शामिल हैं।’
रामास्वामी ने पिछले कुछ वर्षों के दौरान विमानन कंपनी में हुई तकनीकी प्रगति का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि विमानन कंपनी ने अपनी वेबसाइट और मोबाइल ऐप को पूरी तरह से नया रूप दिया है। ऐप में अब सहज डिजाइन और आने वाले विमानों के विवरण के साथ-साथ उड़ान की स्थिति जैसी सुविधाएं भी शामिल हैं।
एयर इंडिया ने दुनिया का पहला जेनरेटिव आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) चैटबॉट ‘एआई डॉट जी’ पेश किया है। टाटा समूह ने करीब दो साल पहले 27 जनवरी, 2022 को एयर इंडिया का नियंत्रण संभाला था। विस्तारा, जो टाटा समूह और सिंगापुर एयरलाइंस का 51:49 वाला संयुक्त उद्यम है, एयर इंडिया के साथ विलय की प्रक्रिया में है।