Cabinet Decision: सरकार ने बुधवार को सार्वजनिक क्षेत्र की महारत्न कंपनी NTPC लिमिटेड को ग्रीन एनर्जी क्षमता बढ़ाने के लिए 20,000 करोड़ रुपये तक निवेश करने की अनुमति दे दी। इस पहल का मकसद कंपनी को 2032 तक 60 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता हासिल करने में मदद करना है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति (CCEA) में लिए गए इस फैसले की जानकारी दी। मंत्रिमंडल ने एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (NGEL) में निवेश करने के लिए एनटीपीसी लिमिटेड का अधिकार बढ़ा दिया है। इसके बाद NGEL, NTPC रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (NREL) और उसके अन्य संयुक्त उद्यमों/अनुषंगी कंपनियों में 20,000 करोड़ रुपये तक निवेश करेगी ताकि 2032 तक 60 गीगावाट रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता हासिल की जा सके।
NTPC के लिए पहले स्वीकृत निर्धारित सीमा 7,500 करोड़ रुपये थी। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि एनटीपीसी और एनजीईएल को दिए गए इस बढ़े हुए अधिकार से देश में रिन्यूएबल प्रोजेक्ट्स के तेजी से विकास में मदद मिलेगी। बयान में कहा गया है कि यह कदम बिजली के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और पूरे देश में चौबीसों घंटे भरोसेमंद बिजली उपलब्ध कराने के लिए निवेश सुनिश्चित करने में भी अहम रोल निभाएगा।
एनजीईएल (NGEL) एनटीपीसी ग्रुप की रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता ग्रोथ के लिए लिस्टेड कंपनी है, जो ऑर्गेनिक और इनऑर्गेनिक दोनों सेगमेंट से विस्तार कर रही है। फिलहाल एनजीईएल के पास लगभग 32 GW रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता का पोर्टफोलियो है।
कैबिनेट के फैसले के मुतबिक, रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स कंस्ट्रक्शन फेज के साथ-साथ संचालन और रखरखाव (O&M) फेज में भी स्थानीय लोगों के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा करेंगे। इससे लोकल सप्लायर, लोकल इंडस्ट्री/एमएसएमई को बूस्ट मिलेगा और देश में आंत्रप्रेन्योरशिप के अवसरों को बल मिलेगा। साथ ही रोजगार और सामाजिक-आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
भारत ने एनर्जी ट्रांजिशन की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। देश ने अपनी कुल इंस्टॉल्ड पावर क्षमता का 50% गैर-जीवाश्म ईंधन स्रोतों से हासिल कर लिया है। जोकि पेरिस समझौते के अंतर्गत राष्ट्रीय रूप से निर्धारित योगदान (NDC) में तय लक्ष्य से पांच वर्ष पहले हासिल कर लिया गया है। भारत का लक्ष्य 2030 तक 500 गीगावॉट (GW) गैर-जीवाश्म ऊर्जा क्षमता प्राप्त करना है। NTPC ने 2032 तक 60 GW नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता जोड़ने का लक्ष्य रखा है, जो देश को इस महत्त्वपूर्ण लक्ष्य को हासिल करने में मदद करेगा और 2070 तक ‘नेट जीरो’ उत्सर्जन के बड़े लक्ष्य की दिशा में बढ़ेगा।