भारत की ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज ने शुक्रवार को अपनी तिमाही कमाई की जानकारी दी। यह कमाई बाजार की उम्मीदों से कम रही। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि बड़ी कंपनियों को छोटी कंपनियों से कड़ी टक्कर मिल रही है। छोटी कंपनियां सस्ते उत्पाद बेच रही हैं। ब्रिटानिया, जो जिम जैम और न्यूट्रीचॉइस बिस्किट बनाती है, ने 30 जून को खत्म हुई पहली तिमाही में 506 करोड़ रुपये का नेट मुनाफा कमाया। पिछले साल इसी समय में कंपनी ने 458 करोड़ रुपये का नेट मुनाफा कमाया था।
बाज़ार के जानकारों को उम्मीद थी कि ब्रिटानिया का मुनाफा 536 करोड़ रुपये होगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। भारत की दूसरी खाने-पीने की चीज़ें बनाने वाली कंपनियां अब सस्ते सामान बेच रही हैं। इनमें हिंदुस्तान यूनीलीवर जैसी बड़ी कंपनियां भी शामिल हैं। इन कंपनियों ने अपने सामान की कीमतें कम कर दी हैं।
ब्रिटानिया ने भी कीमतें कम कीं लेकिन फिर भी दूसरी कंपनियों से मुकाबला नहीं कर पाया। इस तिमाही में ब्रिटानिया की कमाई 6 फ़ीसदी बढ़कर 425 करोड़ रुपये हुई जो पिछले साल के मुकाबले कम है।
ब्रिटानिया का खर्च भी बढ़ा है। कंपनी का कहना है कि सामानों की कीमतें बढ़ रही हैं और वो इस पर ध्यान रख रही है। दूसरी तरफ, और भी कई कंपनियां हैं जो खाने-पीने की चीज़ें बनाती हैं। इनमें से कुछ को फायदा हुआ है जिनमें हिंदुस्तान यूनीलीवर शामिल है क्योंकि उन्होंने सामान की कीमतें कम की हैं, जिससे लोग ज़्यादा सामान खरीद रहे हैं। लेकिन कुछ कंपनियों को नुकसान हुआ है जिनमें किटकैट बनाने वाली नेस्ले शामिल है, क्योंकि उन्होंने कीमतें बढ़ाई हैं, जिससे लोग कम सामान खरीद रहे हैं।