अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन ने शुक्रवार को घोषणा की कि वह 185 मिलियन डॉलर में एक ऑफशोर सपोर्ट वेसल ऑपरेटर में बहुमत हिस्सेदारी खरीदेगा। इससे कंपनी अपना बेड़ा बढ़ाएगी और पोर्ट के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी काम करेगी।
इस डील के तहत, अदाणी पोर्ट्स 80% हिस्सेदारी खरीदेगा। एस्ट्रो ऑफशोर, जो कि इस सौदे का हिस्सा है, के पास 26 जहाजों का बेड़ा है, जिसमें बार्ज और वर्कबोट्स शामिल हैं। इसके ग्राहक एनएमडीसी और लार्सन एंड टुब्रो जैसी बड़ी कंपनियां हैं।
अदाणी पोर्ट्स के सीईओ अश्विनी गुप्ता ने कहा, “एस्ट्रो के जहाज हमारे मौजूदा 142 टग्स और ड्रेजर्स के बेड़े में शामिल होंगे। इस अधिग्रहण से हमें टियर-1 ग्राहकों तक पहुंच भी मिलेगी।”
यह सौदा ऐसे समय में हुआ है जब भारत की सबसे बड़ी निजी पोर्ट कंपनी अदाणी पोर्ट्स अपने मुख्य पोर्ट संचालन से आगे बढ़कर अन्य क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति बढ़ाना चाहती है। उसका मकसद छोटे प्रतिद्वंद्वियों, जैसे JSW इंफ्रास्ट्रक्चर और गुजरात पिपावाव, से आगे बने रहना है।
अदाणी पोर्ट्स ने कहा कि यह अधिग्रहण एक महीने के भीतर पूरा हो जाएगा और इसके लिए किसी रेगुलेटरी मंजूरी की जरूरत नहीं होगी। (रॉयटर्स के इनपुट के साथ)