देश की सबसे बड़ी बंदरगाह परिचालक कंपनी – अदाणी पोर्ट्स ऐंड स्पेशल इकनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) ने देश के समुद्र तट पर अपनी मौजूदगी का और विस्तार किया है। कंपनी ने आज ऐलान करते हुए कहा कि उसने 3,080 करोड़ रुपये के उद्यम मूल्य पर ओडिशा के गोपालपुर पोर्ट (जीपीएल) में 95 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की है।
कंपनी के मुख्य कार्य अधिकारी करण अदाणी ने कहा ‘यह (गोपालपुर पोर्ट) स्थान हमें ओडिशा तथा पड़ोसी राज्यों के खनन केंद्रों तक अभूतपूर्व पहुंच उपलब्ध कराएगा और हमें अपने आंतरिक इलाकों में लॉजिस्टिक मौजूदगी का विस्तार करने की अनुमति देगा।
जीपीएल अदाणी समूह के देशव्यापी बंदरगाह नेटवर्क में शामिल होगी, संपूर्ण कार्गो के वॉल्यूम में उल्लेखनीय वृद्धि करेगी तथा एपीएसईजेड के एकीकृत लॉजिस्टिक्स दृष्टिकोण को मजबूत करेगी।
अदाणी समूह की इस कंपनी के पास पहले से ही पूर्वी तट पर धामरा और गंगावरम जैसे महत्वपूर्ण बंदरगाह हैं। कंपनी शापूरजी पलोनजी (एसपी) समूह से 56 प्रतिशत हिस्सा तथा ओडिशा स्टीवडोर्स लिमिटेड से 39 प्रतिशत हिस्सा लेकर गोपालपुर बंदरगाह में हिस्सेदारी हासिल करेगी, जो इस अधिग्रहण के बाद भी संयुक्त उद्यम में भागीदार के रूप में बनी रहेगी। यह सौदा वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में पूरा होने की उम्मीद है।
कंपनी ने कहा कि उम्मीद है कि वित्त वर्ष 24 में जीपीएल (गोपालपुर पोर्ट) तकरीबन 1.13 करोड़ टन कार्गो (सालाना आधार पर 52 प्रतिशत वृद्धि) का प्रबंधन करेगी और 520 करोड़ रुपये (सालाना आधार पर 39 प्रतिशत की वृद्धि) का राजस्व अर्जित करेगी तथा 232 करोड़ रुपये का एबिटा (सालाना आधार पर 65 प्रतिशत की वृद्धि) हासिल करेगी। कंपनी का मानना है कि गोपालपुर पोर्ट वित्त वर्ष 25 में दमदार वृद्धि और मार्जिन विस्तार के लिए पूरी तरह से तैयार है।
एपीएसईजेड के अनुसार पूर्वी आंतरिक इलाकों में बड़े कच्चे इस्पात संयंत्रों की मौजूदगी से कोकिंग कोयला और चूना पत्थर के आयात को बढ़ावा मिलेगा, साथ ही गोपालपुर के भीतरी इलाकों में थर्मल तटीय कोयले की आवाजाही की संभावना बढ़ेगी है।