अहमदाबाद का टॉरेंट ग्रुप जल्द ही इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) टीम गुजरात टाइटंस में 66% हिस्सेदारी खरीदने की तैयारी में है। द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ये डील करीब 7,500 करोड़ रुपये (856 मिलियन डॉलर) में हो सकती है। हालांकि, इस डील को अंतिम मंजूरी बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) से मिलनी बाकी है।
CVC की जगह लेगा टॉरेंट ग्रुप
गुजरात टाइटंस फिलहाल यूरोपीय प्राइवेट इक्विटी फर्म CVC कैपिटल पार्टनर्स के पास है। CVC ने 2021 में इस टीम को 5,625 करोड़ रुपये (745 मिलियन डॉलर) में खरीदा था। इस नई डील के तहत CVC को एक ‘पुट ऑप्शन’ भी मिलेगा, जिसके तहत वे भविष्य में अपनी बाकी एक-तिहाई हिस्सेदारी भी बेच सकते हैं।
डील की शर्तों के मुताबिक, बीसीसीआई को इस डील की कुल वैल्यू का 5% हिस्सा मिलने की उम्मीद है।
CVC की भारत से पहली बड़ी एग्जिट
गुजरात टाइटंस का स्वामित्व CVC की कंपनी Irelia Sports India के पास है। CVC, IPL टीम का मालिक बनने वाली पहली प्राइवेट इक्विटी फर्म थी। रिपोर्ट के अनुसार, CVC ने टीम खरीदने के बाद इसमें करीब 1,800 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
2021 में CVC ने अदाणी ग्रुप और टॉरेंट ग्रुप को पीछे छोड़ते हुए गुजरात टाइटंस को खरीदा था। उस समय टॉरेंट ने 4,653 करोड़ रुपये और अदाणी ने 5,100 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी। CVC ने अन्य वैश्विक स्पोर्ट्स लीग जैसे स्पेन की ला लीगा, इंग्लैंड की प्रीमियरशिप रग्बी और वॉलीबॉल वर्ल्ड में भी निवेश किया है। अगर यह डील पूरी होती है, तो भारत में CVC की यह पहली बड़ी एग्जिट होगी।
खेल में रुचि बढ़ा रहा टॉरेंट ग्रुप
फार्मास्यूटिकल्स और पावर सेक्टर में सक्रिय टॉरेंट ग्रुप अब खेल क्षेत्र में भी अपने कदम बढ़ा रहा है। यह निवेश टॉरेंट इन्वेस्टमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के जरिए किया जाएगा। टॉरेंट ने 2021 में टॉरेंट स्पोर्ट्स वेंचर्स की स्थापना की थी, ताकि खेल जगत में नए मौके तलाशे जा सकें।
रिपोर्ट के अनुसार, इस डील को सिद्धार्थ पटेल और अमित सोनी लीड कर रहे हैं। औपचारिक समझौता इस हफ्ते के अंत तक होने की उम्मीद है। डील को मार्च 2025 में शुरू होने वाले IPL सीजन से पहले पूरा करने की कोशिश की जा रही है।
गुजरात टाइटंस: एक मजबूत निवेश
भले ही गुजरात टाइटंस ने FY24 में 57 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया हो, लेकिन इसके 776 करोड़ रुपये की कमाई इसे निवेशकों के लिए आकर्षक बनाती है। IPL टीमों की वैल्यूएशन लगातार बढ़ रही है, जिसका कारण सीमित टीमों की उपलब्धता और मजबूत निवेशक इंटरेस्ट है।
IPL को 2023 से 2027 के बीच मीडिया राइट्स और स्पॉन्सरशिप से 50,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की आमदनी होने का अनुमान है, जिसमें से 50% हिस्सा टीमों को मिलेगा। FY24 में IPL टीमों की कमाई दोगुनी हो गई थी, जो इसे दुनिया की सबसे लाभदायक स्पोर्ट्स लीग में से एक बनाती है।