facebookmetapixel
स्वास्थ्य सेवा के हर पहलू में हलचल मचाएगी तकनीक: देवी प्रसाद शेट्टीउभरते बाजारों से पिछड़ रहा भारत, विदेशी निवेशकों की नजरों में भारत की चमक फीकीत्योहारी सीजन से पहले पेंट उद्योग में बढ़ी हलचल, एशियन पेंट्स के शेयरों में उछाल, बर्जर-नेरोलैक से फिर बढ़ी उम्मीदेंJaiprakash Associates को खरीदने की दौड़ में Adani ग्रुप सबसे आगे, Vedant को पछाड़ा!अगले पांच साल में डिफेंस कंपनियां R&D पर करेंगी ₹32,766 करोड़ का निवेश, रक्षा उत्पादन में आएगी तेजीEPFO Enrolment Scheme 2025: कामगारों के लिए इसका क्या फायदा होगा? आसान भाषा में समझेंउत्तर प्रदेश में MSMEs और स्टार्टअप्स को चाहिए क्वालिटी सर्टिफिकेशन और कौशल विकासRapido की नजर शेयर बाजार पर, 2026 के अंत तक IPO लाने की शुरू कर सकती है तैयारीरेलवे के यात्री दें ध्यान! अब सुबह 8 से 10 बजे के बीच बिना आधार वेरिफिकेशन नहीं होगी टिकट बुकिंग!Gold Outlook: क्या अभी और सस्ता होगा सोना? अमेरिका और चीन के आर्थिक आंकड़ों पर रहेंगी नजरें

Budget 2025: डिफेंस सेक्टर के लिए सरकार ने दिए ₹6,8 लाख करोड़, FY25 की तुलना में 9.5% अधिक, रक्षा आयात घटाने पर रहेगा जोर

2025 में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यह घोषणा की थी कि यह साल रक्षा क्षेत्र में सुधार करने का साल होगा।

Last Updated- February 01, 2025 | 3:03 PM IST
Union Budget 2025-26

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज वित्त वर्ष 2025-26 का Budget पेश किया। सरकार ने 2025-26 के लिए ₹6,81,210 करोड़ का रक्षा बजट पेश किया, जो पिछले साल की तुलना में 9.5% अधिक है। पिछले वित्त वर्ष में रक्षा बजट के ₹6,21,940 करोड़ था। इस बजट में कुल ₹1,92,387 करोड़ का पूंजीगत व्यय और ₹4,88,822 करोड़ का राजस्व व्यय निर्धारित किया गया है, जिसमें से ₹1,60,795 करोड़ पेंशन के लिए आरक्षित हैं। 

इस बार बजट में  विमान और एयरो इंजन के विकास पर अधिक ध्यान दिया गया गया है, जिनके लिए ₹48,614 करोड़ का आवंटन किया गया है, वहीं नौसेना बेड़े के लिए ₹24,390 करोड़ का बजट निर्धारित किया गया है। अन्य उपकरणों के लिए ₹63,099 करोड़ का बजट रखा गया है। इसके अलावा, भारत सरकार ने रक्षा उपकरणों के स्वदेशी निर्माण को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की हैं, ताकि देश अपनी रक्षा आवश्यकताओं के लिए विदेशों पर निर्भरता कम कर सके।

रक्षा क्षेत्र में सुधारों का साल

2025 में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यह घोषणा की थी कि यह साल रक्षा क्षेत्र में सुधार करने का साल होगा। सरकार इस दिशा में एकीकृत थिएटर कमांड, साइबर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे नए क्षेत्रों, सरल और समयबद्ध अधिग्रहण, टेक्नोलॉजी ट्रांसफर, और निर्यात को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाने वाली है। 

2024-25 में रक्षा क्षेत्र का पूंजीगत व्यय पिछले साल के मुकाबले अधिक रहा, और भारत ने रक्षा खर्च में steady वृद्धि देखी है। इसके अलावा, सरकार ने रक्षा क्षेत्र के आधुनिकीकरण और सशस्त्र बलों की क्षमता को मजबूत करने के लिए कई नई योजनाओं की घोषणा की है। 

यह भी ध्यान देने योग्य है कि 2020-21 के बाद रक्षा खर्च का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में हिस्सा घटा है, जो पहले 2.3% था, अब 2.1% तक पहुंच गया है। हालांकि, भारत का रक्षा खर्च दुनिया में चौथा सबसे बड़ा है। SIPRI के आंकड़ों के अनुसार, 2023 में भारत ने वैश्विक रक्षा खर्च में 1.2% हिस्सा लिया। सरकार ने FY29 तक रक्षा उत्पादन को ₹3 लाख करोड़ और निर्यात को ₹50,000 करोड़ तक पहुंचाने का लक्ष्य तय किया है। 

यह बदलाव भारत की सैन्य शक्ति को और भी मजबूत करेगा और वैश्विक रक्षा क्षेत्र में भारत की स्थिति को मजबूती देगा।

First Published - February 1, 2025 | 2:56 PM IST

संबंधित पोस्ट