भारत में मर्सिडीज-मेबैक रेंज के 1500 वाहन बेचने के बाद जर्मन लक्जरी कार निर्माता मर्सिडीज बेंज को उम्मीद है कि देश जल्द ही ‘मेबैक’ ब्रांड के लिए शीर्ष पांच बाजारों में शामिल हो सकता है।
मर्सिडीज-मेबैक (मर्सिडीज-बेंज एजी) के प्रमुख डेनियल लेस्को का कहना है कि मौजूदा समय में, भारत मेबैक ब्रांड के लिए शीर्ष-10 बाजारों में शामिल है। डेनियल लेस्को मर्सिडीज-मेबैक एसएल 680 मोनोग्राम सीरीज पेश करने के लिए भारत का दौरा कर रहे हैं। दो सीटर कन्वर्टीबल की कीमत लगभग 4.2 करोड़ रुपये है और इसकी डिलिवरी 2026 की पहली तिमाही में शुरू होने वाली है। इस हाई-एंड लग्जरी वाहन के लिए अब तक भारत के लिए केवल तीन कारें आवंटित की गई हैं।
लेस्को ने कहा कि भारत पहले से ही मेबैक ब्रांड के लिए शीर्ष-10 बाजारों में शामिल है और भारतीय उपभोक्ता खास लक्जरी वाहनों की तलाश कर रहे हैं और यहां मांग वास्तव में बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि मेबैक के लिए अब टॉप-3 बाजार चीन, अमेरिका और यूरोप हैं।
मर्सिडीज-बेंज इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी संतोष अय्यर ने बताया कि भारत में बेची गईं कुल 1500 मेबैक गाड़ियों में से अकेले 2024 में 500 गाड़ियां बिक गईं जो सालाना आधार पर 145 प्रतिशत की वृद्धि है।
भारत में मांग बढ़ने के कारण पिछले साल सितंबर में हैदराबाद में पहला मेबैक लाउंज खोला गया। जनवरी में बेंगलूरु में मेबैक आइकंस ऑफ लग्जरी स्टोर शुरू किया गया और मुंबई तथा दिल्ली में नए स्टोर खोलने की योजना है, ताकि एक्सक्लूसिव मेबैक आइटम तक लोगों की पहुंच हो सके।
भारत में मर्सिडीज-मेबैक पोर्टफोलियो में अब नई एसएल 680 मोनोग्राम सीरीज के अलावा एस 680 नाइट सीरीज, जीएलएस 600 नाइट सीरीज, ईक्यूएस एसयूवी 680 नाइट सीरीज और मेड इन इंडिया एस 580 मेबैक लिमोजिन शामिल हैं। मर्सिडीज बेंज इंडिया की कुल बिक्री का लगभग 25 प्रतिशत हिस्सा टॉप-एंड वाहनों से आता है जिनकी कीमत 1 करोड़ रुपये से अधिक है।
मर्सिडीज-बेंज इंडिया ने अपने 30 साल के इतिहास में 2024 में अपना सर्वश्रेष्ठ वर्ष दर्ज किया, जिसमें उसने 19,565 वाहन बेचे, जो सालाना आधार पर 12.4 प्रतिशत की वृद्धि है। कंपनी 2025 में भी लगातार वृद्धि को लेकर आशान्वित है, क्योंकि उसे 2,000 से अधिक कारों की ऑर्डर बुक से उम्मीद बढ़ गई है। भारत का संपूर्ण लक्जरी कार बाजार 2024 में पहली बार 51,000 वाहन को पार कर गया।
अय्यर ने हाल में बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा था, ‘अगर आप 2024 की पहली छमाही को देखें तो लक्जरी कार उद्योग में 9 फीसदी की वृद्धि हुई है और मर्सिडीज-बेंज इंडिया ने भी उस वृद्धि की बराबरी की है। हालांकि, दूसरी छमाही में, जहां उद्योग की वृद्धि 2-3 फीसदी तक धीमी हो गई, मर्सिडीज-बेंज इंडिया 16 फीसदी की वृद्धि के साथ आगे रही।’ वर्ष 2025 के लिए कंपनी ने दो इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) सहित आठ नई पेशकशों की योजना बनाई है।