facebookmetapixel
खरीदारी पर श्राद्ध – जीएसटी की छाया, मॉल में सूने पड़े ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक्स स्टोरएयरपोर्ट पर थर्ड-पार्टी समेत सभी सेवाओं के लिए ऑपरेटर होंगे जिम्मेदार, AERA बनाएगा नया नियमकाठमांडू एयरपोर्ट से उड़ानें दोबारा शुरू, नेपाल से लोगों को लाने के प्रयास तेजभारत-अमेरिका ट्रेड डील फिर पटरी पर, मोदी-ट्रंप ने बातचीत जल्द पूरी होने की जताई उम्मीदApple ने उतारा iPhone 17, एयर नाम से लाई सबसे पतला फोन; इतनी है कीमतGST Reforms: इनपुट टैक्स क्रेडिट में रियायत चाहती हैं बीमा कंपनियांमोलीकॉप को 1.5 अरब डॉलर में खरीदेंगी टेगा इंडस्ट्रीज, ग्लोबल मार्केट में बढ़ेगा कदGST 2.0 से पहले स्टॉक खत्म करने में जुटे डीलर, छूट की बारिशEditorial: भारत में अनुबंधित रोजगार में तेजी, नए रोजगार की गुणवत्ता पर संकटडबल-सर्टिफिकेशन के जाल में उलझा स्टील सेक्टर, QCO नियम छोटे कारोबारियों के लिए बना बड़ी चुनौती

लेखक : Ajay Kumar

आज का अखबार, लेख

GPS में बाधाओं के बीच भारत बढ़ा रहा स्वदेशी क्वांटम नेविगेशन पर भरोसा

दुनिया में हाल की सैन्य झड़पों में दूर से मार करने वाले साधन एवं हथियार जैसे लड़ाकू विमान, मिसाइल एवं ड्रोन जमकर इस्तेमाल में लाए गए हैं। इन्हें चलाने के लिए सैनिकों के जमावड़े या उन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान भेजने की जरूरत नहीं पड़ती है। दूर से ही दुश्मनों के ठिकानों पर हमले […]

आज का अखबार, लेख

समुद्र के नीचे बिछी केबलें बन रही हैं रणनीतिक हथियार, भारत को विकसित करनी होगी अपनी समुद्री सुरक्षा प्रणाली

समुद्र के भीतर बिछी केबल (सबमरीन केबल) डिजिटल दौर की मूक जीवनरेखाएं हैं, जो वैश्विक इंटरनेट ट्रैफिक के 99फीसदी का संचालन करने में अहम भूमिका निभाती हैं और हमारी अर्थव्यवस्था तथा सामाजिक विकास को गति देती हैं। इन केबल की क्षमता हर दो से ढाई साल में दोगुनी हो जाती है। हर साल इनमें 70,000 […]

आज का अखबार, लेख

Operation Sindoor: दुष्प्रचार से लड़ाई के लिए सिर्फ खंडन से नहीं चलेगा काम

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान एक नया मोर्चा खुलता साफ दिखाई दिया। इस मोर्चे पर लड़ाई मिसाइल और मशीनों से नहीं बल्कि गलत धारणाओं एवं दुष्प्रचार को हथियार बनाकर लड़ी गई। सभी तरफ से मनगढ़ंत कहानियां परोसी जा रही थीं और इन्हें इस कदर गढ़ा गया था कि वे जनमानस की सोच को प्रभावित कर रही […]

आज का अखबार, लेख

नागरिक-सैन्य सहयोग की बढ़ गई अहमियत 

सरकार के लिए नागरिक एवं सैन्य अंग दोनों ही महत्त्वपूर्ण होते हैं। इन दोनों अंगों के बीच आपसी जुड़ाव और सहयोग जैसे पहलू काफी अहम हैं। विभिन्न राजनीतिक प्रणालियों में नागरिक-सैन्य सहयोग अलग-अलग रूपों में दिखते हैं। स्वेच्छाचारी या अधिनायकवादी शासन में सेना का दबदबा दिखता है जबकि लोकतांत्रिक प्रणाली में नियंत्रण लोकतांत्रिक तरीके से […]

आज का अखबार, लेख

भारत में डिजिटल डेटा क्षेत्र में अपार संभावनाएं

भारत डिजिटल डेटा तैयार करने में दुनिया के अग्रणी देशों में शुमार रहा है। देश में 45  करोड़ लोग फेसबुक,  54   करोड़ लोग व्हाट्सऐप और 49  करोड़ लोग यूट्यूब इस्तेमाल करते हैं। इनमें प्रत्येक प्लेटफॉर्म (सोशल मीडिया) पर दुनिया के किसी भी देश में इतने उपयोगकर्ता मौजूद नहीं हैं। देश में ई-मेल इस्तेमाल करने […]

आज का अखबार, लेख

रक्षा बाजार में हमेशा विक्रेताओं का दबदबा

मार्केटिंग क्षेत्र के शुरुआती गुरु कहलाने वाले जॉन वानामेकर ने मार्केटिंग प्रबंधन पर जोर देकर कारोबार के तरीकों में क्रांति ला दी। उन्होंने ‘कस्टमर इज किंग’ यानी ‘ग्राहक ही भगवान है’ का सिद्धांत दिया और ग्राहकों के इर्द-गिर्द ही नीतियां बनाईं, जिन्होंने आधुनिक व्यवसाय की सूरत ही बदल डाली। उनका फलसफा कहता है कि ग्राहक […]

आज का अखबार, लेख

अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत के तेजी से बढ़ रहे कदम

भारत ने पिछले कुछ समय में अंतरिक्ष क्षेत्र में कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने श्रीहरिकोटा से अपना 100वां रॉकेट छोड़कर ऐतिहासिक कारनामा कर दिया। इससे पहले इसरो ने स्पेडेक्स मिशन के तहत स्पेस डॉकिंग कर दिखाई थी, जो उससे पहले केवल अमेरिका, रूस और चीन ही कर पाए […]

आज का अखबार, लेख

2025 भारत में तकनीक क्षेत्र में बदलाव का वर्ष

  वर्ष 2025 में भारत दो महत्त्वपूर्ण मुकाम हासिल करने वाला है। पहला, इस साल भारत 4 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा और दूसरा, वह जापान को पीछे छोड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। मगर यह सफर और इसकी सफलता काफी हद तक इस बात पर निर्भर करेगी कि भारत […]

आज का अखबार, लेख

ड्रोन उद्योग में दूसरी पीढ़ी के सुधार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में कहा कि एयर टैक्सी जल्द ही भारत में हकीकत बन जाएंगी। इससे संकेत मिलता है कि देश में ड्रोन के क्षेत्र में दूसरी पीढ़ी के सुधार शुरू हो सकते हैं। महज तीन साल पहले तक देश में ड्रोन बनाने और उन्हें चलाने की बात कोई सोच भी नहीं […]

आज का अखबार, लेख

देश में नीति-निर्माण को बनाया जाए आसान

दो दशक से अधिक समय तक विभिन्न राजनीतिक दलों की सरकारों की विभिन्न राजनीतिक समितियों ने 200 वर्ष पुराने आयुध कारखाना बोर्ड (ओएफबी) को निजी कंपनी में बदलने की सिफारिश की थी ताकि इसके परिचालन को आधुनिक बनाया जा सके। ब्रिटेन ने वर्ष 1985 में ओएफबी की पूर्ववर्ती, रॉयल ऑर्डनेंस फैक्टरी को एक कंपनी में […]

1 2 3