अप्रैल-जून में बाहरी वाणिज्यिक उधारी से शुद्ध विदेशी आवक बढ़ी, 4.6 अरब डॉलर पर पहुंचा आंकड़ा
बाहरी वाणिज्यिक उधारी (ईसीबी) के जरिये विदेशी संसाधनों की शुद्ध आवक अप्रैल-जून 2025 (वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही) में बढ़कर 4.6 अरब डॉलर हो गई जबकि यह अप्रैल-जून 2024 (वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही) में 2.8 अरब डॉलर थी। यह जानकारी भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों से मिली। रिजर्व बैंक ने मासिक बुलेटिन […]
विदेश में रह रहे भारतीयों ने घटाया बैंक जमा, पहली तिमाही में 10% की गिरावट के साथ आंकड़ा पहुंचा $3.61 अरब पर
विदेश में रह रहे भारतीयों (एनआरआई) की जमा योजनाओं धन की आवक घटी है। वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून 2025) में धन की आवक 10.21 प्रतिशत घटकर 3.61 अरब डॉलर रह गई है, जो एक साल पहले की समान अवधि में 4.02 अरब डॉलर थी। जून 2025 में कुल एनआरआई जमा 168.32 अरब […]
भारत में FDI सालाना आधार पर 21% घटा, अप्रैल-जून में $4.9 अरब का निवेश; Q1 में निकासी ने बढ़ाई मुश्किल
भारत में शुद्ध प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून 2025) में सालाना आधार पर 21.1 प्रतिशत घटकर 4.91 अरब डॉलर हो गया है, जो अप्रैल-जून 2024 के दौरान 6.22 अरब डॉलर था। शुद्ध एफडीआई देश में सकल आवक और सकल निकासी का अंतर होता है। रिजर्व बैंक के आंकड़ों से […]
SBI चेयरमैन बोले: कंपनियां अपनी नकदी से कर रहीं निवेश जरूरतें पूरी, कॉरपोरेट कर्ज घटा
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के चेयरमैन सीएस शेट्टी ने कहा कि भारतीय कंपनी जगत 13.5 लाख करोड़ रुपये की नकदी के ढेर पर बैठा है और उसका उपयोग पूंजीगत खर्च के साथ-साथ कारोबार के विस्तार पर कर रहा है। इसकी वजह से ही बैंक ऋण की मांग कमजोर है। शेट्टी ने कहा कि कॉरपोरेट ऋण […]
लघु वित्त बैंकों का शुद्ध लाभ पहली तिमाही में 76% गिरा, छोटे ऋणों और MSME दबाव से मुश्किलें
लघु वित्त बैंकों (एसएफबी) का मुनाफा ज्यादातर छोटे ऋणों और एमएसएमई पर बढ़ते दबाव के कारण जून 2025 को समाप्त हुई पहली तिमाही (वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही) में प्रभावित हुआ। उनका शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में सालाना आधार पर 76.2 प्रतिशत गिरकर 309 करोड़ रुपये हो गया। शुद्ध लाभ […]
SEBI ने LIC को IDBI बैंक में पब्लिक शेयरहोल्डर माना, RBI ने हिस्सेदारी घटाने की रखी शर्त
सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने LIC को IDBI बैंक में बची हुई हिस्सेदारी के लिए पब्लिक शेयरहोल्डर की कैटेगरी में दोबारा शामिल होने की मंजूरी दे दी है। यह मंजूरी बैंक के रणनीतिक विनिवेश पूरा होने के बाद मिली है। हालांकि, SEBI ने इसके साथ कुछ शर्तें भी लगाई हैं। IDBI बैंक ने […]
Loan Defaults: जून तिमाही में बैंकों के डिफॉल्ट बढ़कर ₹63,000 करोड़, प्राइवेट बैंकों पर ज्यादा असर
भारत के वाणिज्यिक बैंकों की जून 2025 की समाप्त तिमाही (वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही) में चूक सालाना आधार पर 26 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 63,000 करोड़ दर्ज हुई। इसमें मुख्य तौर पर चुनिंदा ऋणदाताओं का सूक्ष्म वित्त और असुरक्षित खुदरा ऋण का पोर्टफोलियो था। केयर एज रेटिंग के आंकड़ों के अनुसार निजी […]
भारतीय फार्मा कंपनियों पर मंडरा रहा खतरा, अमेरिकी शुल्क से बढ़ा जोखिम; फिच की रिपोर्ट में खुलासा
वैश्विक रेटिंग एजेंसी फिच ने मंगलवार को कहा कि फार्मास्यूटिकल्स जैसे क्षेत्रों में काम करने वाली भारतीय कंपनियों पर अमेरिका की शुल्क घोषणाओं का असर पड़ सकता है तथा मौजूदा शुल्क के कारण दूसरे स्तर के प्रभाव का जोखिम भी बढ़ रहा है। भारत की कंपनियों का अमेरिकी शुल्क का सीधा असर आमतौर पर कम […]
फंसा ऋण तिमाही में अधिग्रहण 22 % बढ़ा
भारत में संपत्ति पुनर्निर्माण कंपनियों ने जून 2025 को समाप्त तिमाही (वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही) में सालाना आधार पर 22 प्रतिशत सालाना वृद्धि के साथ 16,876 करोड़ रुपये के फंसे हुए ऋणों का अधिग्रहण किया। एसोसिएशन ऑफ एआरसी इन इंडिया के आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल-जून 2024 (वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही) में […]
ट्रेजरी लाभ और प्रावधान में कमी से सरकारी बैंकों का शुद्ध लाभ बढ़ा, ब्याज दर कटौती से NII पर दबाव
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही के दौरान शुद्ध लाभ में 10.6 प्रतिशत की सालाना वृद्धि दर्ज की जो ट्रेजरी लाभ, शुल्क, कमीशन और रिकवरी में बड़ी वृद्धि के कारण संभव हुई। फंसे हुए ऋणों के लिए प्रावधान घटने से भी शुद्ध ब्याज आय और मार्जिन को मदद मिली। वित्त […]









