वैश्विक महामारी के ठीक बीच सितंबर 2020 में अपने निर्गम मूल्य के मुकाबले 111 प्रतिशत बढ़त के साथ शेयर बाजार में सूचीबद्धता हुई हैपिएस्ट माइंड्स टेक्नोलॉजिज (Happiest Minds Technologies) के लिए वित्त वर्ष 2024-25 अब तक का सबसे अच्छा वर्ष साबित होने वाला है।
हैपिएस्ट माइंड्स के कार्यकारी चेयरमैन अशोक सूटा (Ashok Soota) ने कहा, ‘वित्त वर्ष 24 में हमने जो परिवर्तनकारी बदलाव किए और वित्त वर्ष 25 की शुरुआत में हमने जो अधिग्रहण संपन्न किए हैं, उनके कारण हम भविष्य को लेकर सचमुच उत्साहित हैं। असल में आईपीओ के बाद से वित्त वर्ष 25 हमारा अब तक का सबसे अच्छा साल होने जा रहा है।’
सूटा ने वित्तीय नतीजों के बाद प्रेस वार्ता में कहा, ‘इस साल हम वित्त वर्ष 31 तक एक अरब डॉलर के राजस्व का अपना दीर्घकालिक लक्ष्य हासिल करने की राह पर लौट आए हैं। जब हमने सितंबर 2021 में इस लक्ष्य का ऐलान किया था, तो हमें 25.3 प्रतिशत सीएजीआर की जरूरत थी, लेकिन अब हमारा अनुमान है कि यह लक्ष्य पाने के लिए हमें केवल 22 प्रतिशत सीएजीआर की ही जरूरत होगी।’
बेंगलूरु की यह कंपनी अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए मौजूदा क्षमता और अधिग्रहण के जरिये वृद्धि पर दांव लगा रही है। कंपनी ने वित्त वर्ष 25 की शुरुआत में दो प्रमुख अधिग्रहण किए थे, जिसके बारे में प्रबंधन का मानना है कि इससे उसकी वृद्धि को खासी रफ्तार मिलेगी।
पिछले महीने इसने 9.45 करोड़ डॉलर (करीब 779 करोड़ रुपये) में नोएडा की प्योरसॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजिज के अधिग्रहण के लिए पक्का करार किया था। इस अधिग्रहण के जरिये हैपिएस्ट माइंड्स का इरादा बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और बीमा (बीएफएसआई) तथा स्वास्थ्य सेवा और जीवन विज्ञान क्षेत्रों में अपनी क्षमताओं को मजबूत करना है।