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Nifty एक महीने की ऊंचाई पर, वित्तीय शेयरों में सुधार से गिरावट का सिलसिला थमा

विश्लेषकों का कहना है कि वैश्विक आर्थिक सुधर की उम्मीदों ने भारतीय बाजार में खरीदारी की दिलचस्पी बढ़ा दी है।

Last Updated- November 21, 2023 | 10:26 PM IST
Nifty50

रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank Share) जैसे दिग्गज शेयरों में तेजी की मदद से निफ्टी-50 (Nifty-50) सूचकांक मंगलवार को करीब आधा फीसदी चढ़ने में कामयाब रहा। ब्याज दर चरम पर पहुंचने के संकेतों के बीच सकारात्मक वैश्विक रुझानों ने भी जोखिम उठाने की क्षमता को बढ़ाया है।

दो दिन की गिरावट का सिलसिला समाप्त करते हुए निफ्टी 89 अंक या 0.45 प्रतिशत चढ़कर 19,783 पर बंद हुआ, जो 17 अक्टूबर के बाद से उसका सर्वाधिक ऊंचा स्तर है। इसी तरह सेंसेक्स भी 276 अंक या 0.42 प्रतिशत की बढ़त के साथ 65,931 पर बंद हुआ। इस सूचकांक को धातु शेयरों में आई तेजी से मदद मिली।

रिलायंस इंडस्ट्रीज में 1.2 प्रतिशत की तेजी आई और इसका सेंसेक्स की तेजी में सर्वाधिक योगदान रहा, जिसके बाद एचडीएफसी ने इसे सहारा प्रदान किया। एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसी बैंक में 0.8 प्रतिशत और 0.5 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई।

10 वर्षीय अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल में नरमी ने भी इक्विटी के लिए दिलचस्पी बढ़ाई है। 10 वर्षीय अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल मंगलवार को नीचे आ गया और आखिर में 4.4 प्रतिशत पर कारोबार कर रहा था।

इस महीने अमेरिका और ब्रिटेन में मुद्रास्फीति के आंकड़ों में नरमी के बाद इक्विटी बाजारों में तेजी आई है। इससे उम्मीद बढ़ गई है कि पश्चिमी दुनिया में मौद्रिक नीति निर्माता दर वृद्धि सिलसिल को समाप्त करने के नजदीक पहुंच गए हैं।

एक सप्ताह पहले जारी हुए आंकड़े से पता चला है कि अक्टूबर में अमेरिकी मुद्रास्फीति नरम रही। मुख्य उपभोक्ता कीमत सूचकांक (खाद्य एवं ऊर्जा खर्च को छोड़कर) सितंबर से 0.2 प्रतिशत चढ़ा है।

अमेरिका में आर्थिक परिदृश्य से जोड़कर देखे जाने वाले आईटी क्षेत्र के शेयरों ने पिछले एक सप्ताह में शानदार प्रदर्शन किया है। 13 नवंबर से, निफ्टी आईटी सूचकांक 5 प्रतिशत चढ़ा है।

अक्टूबर के निचले स्तर से बाजार में बड़ी तेजी आई है, प्रमुख सूचकांक नए रिकॉर्ड ऊंचे स्तरों से महज दो प्रतिशत दूर हैं। सेंसेक्स और निफ्टी ने 15 सितंबर को 67,939 और 20,192 के ऊंचे स्तर बनाए थे।

जहां घरेलू मूल्यांकन अन्य वैश्विक प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले महंगा है, वहीं विश्लेषकों का कहना है कि दमदार आर्थिक परिवेश और आय वृद्धि से भारतीय बाजारों को अगले एक साल के दौरान दो अंक की तेजी दर्ज करने में मदद मिलेगी।

गोल्डमैन सैक्स द्वारा जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है, ‘हमें उम्मीद है कि भारत में कॉरपोरेट लाभ 2014 में 15 प्रतिशत और 2025 में 14 प्रतिशत बढ़ेगा, क्योंकि सभी प्रमुख क्षेत्रों में मजबूत वृद्धि के आसार दिख रहे हैं। सुधरते लाभ-जीडीपी अनुपात और हाल के वर्षों में आय डाउनग्रेड चक्र में सुधार से आय चक्र में सकारात्मक बदलाव का संकेत मिलता है।’ गोल्डमैन सैक्स ने निफ्टी के लिए दिसंबर, 2024 तक 21,800 का लक्ष्य रखा है।

ताजा मुद्रास्फीति आंकड़े और बॉन्ड प्रतिफल में बदलाव के बाद, कारोबारियों ने अगले साल मार्च तक दर कटौती को लेकर उम्मीद बढ़ा दी है। जेएसडब्ल्यू स्टील में 1.8 प्रतिशत, टाटा स्टील में 1.5 प्रतिशत तेजी आई और ये शेयर सेंसेक्स के सर्वाधिक शानदार प्रदर्शन वाले शेयरों में शामिल रहे।

विश्लेषकों का कहना है कि वैश्विक आर्थिक सुधर की उम्मीदों ने भारतीय बाजार में खरीदारी की दिलचस्पी बढ़ा दी है।

First Published - November 21, 2023 | 10:26 PM IST

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