Google ने भारत में अपने नए AI-पावर्ड सर्च फीचर ‘AI मोड इन सर्च’ को 24 जून से शुरू कर दिया है। यह फीचर पहले अमेरिका में टेस्टिंग के दौर से गुजर चुका है और अब इसे भारत में Google लैब्स के तहत एक प्रयोग के रूप में लॉन्च किया गया है। शुरुआत में यह फीचर सिर्फ अंग्रेजी में उपलब्ध होगा। Google का कहना है कि यह नया टूल सर्च करने के तरीके को पूरी तरह बदल देगा, क्योंकि अब लोग लंबे और मुश्किल सवाल पूछ सकेंगे और इसके जवाब में AI-जनरेटेड जवाब मिलेंगे, जो भरोसेमंद सोर्स के लिंक के साथ होंगे।
AI मोड इन सर्च Google के मल्टीमॉडल AI मॉडल जेमिनी 2.5 पर काम करता है। इसकी खासियत यह है कि यूजर्स न सिर्फ टेक्स्ट के जरिए सवाल पूछ सकते हैं, बल्कि Google लेंस का इस्तेमाल कर तस्वीरें अपलोड करके या फोटो खींचकर भी सवाल पूछ सकते हैं। उदाहरण के लिए, अगर आप किसी पौधे की तस्वीर खींचते हैं, तो आप पूछ सकते हैं कि उसकी देखभाल कैसे करनी है। या फिर घर में किसी टूटे हुए सामान की तस्वीर अपलोड करके यह पूछ सकते हैं कि उसे कैसे ठीक किया जाए। यह फीचर Google ऐप पर एंड्रॉयड और iOS दोनों के लिए उपलब्ध है।
Google का कहना है कि यह फीचर उन मुश्किल सवालों के लिए बनाया गया है, जिनके जवाब के लिए आमतौर पर कई बार सर्च करना पड़ता है। चाहे स्मार्टफोन की तुलना करनी हो, ट्रिप प्लान करना हो या घर में कोई छोटा-मोटा काम सीखना हो, AI मोड इन सर्च एक ही बार में डिटेल्ड जवाब देता है। साथ ही यह फॉलो-अप सवालों के लिए प्रॉम्प्ट्स और आगे पढ़ने के लिए लिंक भी देता है।
उदाहरण के तौर पर, अगर आप पूछते हैं, “मेरे 4 और 7 साल के बच्चों को घर में कम खर्चे में कैसे एक्टिव रखूं?”
तो यह फीचर एक ही बार में कई मजेदार और प्रैक्टिकल सुझाव दे देगा। Google के मुताबिक, शुरुआती यूजर्स अब पहले से दो से तीन गुना लंबे सवाल पूछ रहे हैं, जो दिखाता है कि लोग अब ज्यादा नेचुरल और डिटेल्ड सर्च कर रहे हैं।
इसके पीछे का टेक्नोलॉजी ‘क्वेरी फैन-आउट’ है, जिसमें एक जटिल सवाल को छोटे-छोटे हिस्सों में बांटकर वेब पर एक साथ कई सर्च किए जाते हैं। इससे जवाब ज्यादा डिटेल्ड और सटीक मिलता है। Google नॉलेज ग्राफ और रियल-टाइम लोकल व शॉपिंग जानकारी का इस्तेमाल करके यह फीचर और भी सटीक जवाब देता है।