Bharat Mobility Global Expo 2025: भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो में अपना पहला इलेक्ट्रिक स्कूटर पेश करने वाली सुजूकी मोटरसाइकल इंडिया का कहना है कि इस बाजार में उतरने में अभी देर नहीं हुई है। कंपनी ने कहा कि इलेक्ट्रिक स्कूटर सेगमेंट अब परिपक्वता के सही चरण में पहुंच गया है, जिसमें ग्राहक सुरक्षा, विश्वसनीयता और प्रदर्शन को ज्यादा प्राथमिकता देते हैं।
वर्ष 2024 में भारत में करीब 11.48 लाख इलेक्ट्रिक स्कूटर बेचे गए थे, जो सालाना आधार पर 33.48 फीसदी की शानदार वृद्धि है। फाडा के आंकड़े के अनुसार, ओला इलेक्ट्रिक, टीवीएस मोटर, बजाज ऑटो, एथर एनर्जी और हीरो मोटोकॉर्प 2024 में इलेक्ट्रिक स्कूटर सेगमेंट में शीर्ष-5 कंपनियां थीं।
सुजूकी मोटरसाइकल इंडिया में कार्यकारी उपाध्यक्ष (सेल्स, मार्केटिंग ऐंड आफ्टर सेल्स) देवाशिष हांडा ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि मौजूदा समय में ग्राहक इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदते समय बैटरी लाइफ, वाहन चालन और सुरक्षा मानकों को प्राथमिकता देते हैं।
जब उनसे पूछा गया कि क्या सुजूकी ने इलेक्ट्रिक स्कूटर बाजार में प्रवेश करने में कुछ विलंब कर दिया, तो उन्होंने कहा, ‘इस मामले में हमारा नजरिया थोड़ा अलग है। अगर आप आंकड़ा देखें, खास तौर पर इस साल का, तो हमने देखा है कि बाजार में एक अलग बदलाव आया है। आपके पास ज्यादा पुराने ब्रांड हैं जो पहले की तुलना में अब ईवी (इलेक्ट्रिक वाहन विकास) में अग्रणी हैं। इसलिए, चूंकि अधिकांश पुरानी कंपनियां बाजार में प्रवेश कर चुकी हैं, इसलिए उपभोक्ताओं ने अपनी प्राथमिकताएं बदलनी शुरू कर दी हैं। इससे पता चलता है कि खरीदार का रुख सुरक्षा, विश्वसनीयता और प्रदर्शन की दिशा में अब परिपक्व हो रहा है। इस दृष्टिकोण से, चूंकि बाजार परिपक्व हो रहा है, इसलिए हम सही समय पर प्रवेश कर रहे हैं।’
उन्होंने इस मुद्दे के अन्य पहलू पर भी बात की। उन्होंने कहा, ‘केंद्र सरकार की फेम योजना के तहत सब्सिडी की वजह से इलेक्ट्रिक स्कूटरों की शुरुआती मांग को बढ़ावा मिला था। इस वर्ष उपभोक्ता सब्सिडी आधी कर दिए जाने के बाद भी, प्रवेश स्तर (कुल स्कूटर बिक्री में इलेक्ट्रिक स्कूटरों की हिस्सेदारी) कमोबेश समान है और बिक्री में वृद्धि जारी है। अब इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि सब्सिडी की वजह से मांग नहीं बढ़ रही है, बल्कि इलेक्ट्रिक स्कूटर चलाने के लिए ग्राहकों की पसंद के कारण मांग में इजाफा हो रहा है। अब ज्यादा मजबूत रुझान है। यह हमारे जैसे लोगों के लिए बेहतर मूल्य वाले उत्पाद लाने का सही समय है।’
हांडा ने हालांकि स्पष्ट किया कि कार्बन उत्सर्जन की दिशा में भारत के प्रयासों के लिए बहु-मार्गीय दृष्टिकोण की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा, ‘इसीलिए, ई-एक्सेस के साथ-साथ, हमने अपना पहला बड़े पैमाने पर उत्पादित सुजूकी जिक्सर एसएफ 250 फ्लेक्स फ्यूल वाहन भी लॉन्च किया है। यह मोटरसाइकल 85 प्रतिशत तक एथनॉल के कंसनट्रेशन पर चल सकती है, जबकि बाकी पेट्रोल होगा है।’
उन्होंने बताया कि जिक्सर एसएफ 250 फ्लेक्स फ्यूल की बिक्री को दिल्ली, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना और कर्नाटक जैसे बाजारों में प्राथमिकता दी जाएगी, जहां एथनॉल पहले ही उपलब्ध है।