अनिल कुमार लाहोटी भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नए चेयरमैन नियुक्त हुए हैं। लाहोटी की दक्षता की बदौलत ट्राई लंबे समय से लंबित मुद्दों को हल कर सकता है। इन मुद्दों में सैटलाइट स्पेक्ट्रम, डायरेक्ट टू मोबाइल टेक्नॉलजी, राष्ट्रीय प्रसारक नीति और आर्टिफिशल इंटेलिजेंस शामिल हैं।
पेंशन और प्रशिक्षण विभाग के सोमवार को जारी आधिकारिक आदेश के अनुसार ट्राई प्रमुख के पद पर लाहोटी को तीन साल के लिए नियुक्त किया गया है। वह रेलवे बोर्ड के चेयरमैन व मुख्य कार्याधिकारी के पद पर 31 अगस्त, 2023 तक आठ महीने तक रहे। वह इससे पहले रेलवे बोर्ड के सदस्य (आधारभूत) थे।
लाहोटी भारतीय रेलवे इंजीनियरिंग सेवा के 1984 बैच के अधिकारी हैं। उन्होंने केंद्रीय, मध्य, उत्तर मध्य, पश्चिम और पश्चिम मध्य रेलवे में 36 वर्ष से अधिक समय तक विभिन्न पदों पर कार्य किया है। वह नई दिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्रतिष्ठित अजमेरी गेट इमारत की योजना व निर्माण के लिए जाने जाते हैं।
ट्राई प्रमुख की दौड़ में तीन अन्य नाम थे। इनमें इलेक्ट्रॉनिक्स व सूचना तकनीक के सचिव अजय प्रकाश साहनी, दूरसंचार विभाग के पूर्व सदस्य ए. के. तिवारी और पूर्व ऊर्जा सचिव संजीव सहाय शामिल थे। साहनी और तिवारी ने पहले ट्राई के साथ काम किया था।
लाहोटी दूरसंचार नियामक में नियुक्त गिने चुने गैर आईएएस में से हैं। ट्राई दूरसंचार व प्रसारण क्षेत्रों की स्वतंत्र नियामक है। ट्राई के पूर्व चेयरपर्सन पीडी वाघेला 30 सितंबर को सेवानिवृत्त हो गए थे। दो दौर के साक्षात्कार के बाद लाहोटी का चयन हुआ है।