दिल्ली सबसे हरा-भरा शहर दुनिया में 63वें स्थान पर
संपत्ति सलाहकार नाइट फ्रैंक के एक अध्ययन के अनुसार, दिल्ली भारत में रियल एस्टेट के लिए सबसे हरा-भरा या हरित शहर है, लेकिन वैश्विक स्तर पर इसका स्थान 63वां है। लंदन, शंघाई, न्यूयॉर्क, पेरिस और वाशिंगटन डीसी रियल एस्टेट के लिए दुनिया के शीर्ष पांच हरित शहरों हैं। नाइट फ्रैंक ने एक बयान में कहा- […]
मुंबई में जायदाद की रिकॉर्डतोड़ रजिस्ट्री
मुंबई शहर और उसके आसपास के इलाकों में इस साल जुलाई में (30 जुलाई की दोपहर तक) 9,037 संपत्तियों का निबंधन (रजिस्ट्री) कराया गया। पिछले एक दशक में किसी भी महीने में इतनी अधिक रजिस्ट्री नहीं हुई हैं। संपत्ति की रजिस्ट्री में तेजी का अहम कारण सरकार द्वारा निबंधन में दी गई मोहलत है, जो […]
ग्लोबल होम प्राइस इंडेक्स में 13 स्थान खिसका भारत
नाइट फ्रैंक की रिपोर्ट के मुताबिक दिसंबर 2020 को समाप्त तिमाही में ग्लोबल होम प्राइस इंडेक्स में भारत 13 स्थान खिसकर 56वें स्थान पर आ गया है। कुल मिलाकर भारत में मकानों की कीमत पिछले साल की तुलना में 3.6 प्रतिशत कम हुई है, जिसकी वजह से वैश्विक स्थिति में गिरावट आई है। 2019 की […]
ऊंची तेल कीमतों से निपटने में सक्षम हैं पेंट निर्माता कंपनियां
तेजी से बढ़ रही कच्चे तेल की कीमतों की चिंता से अपने सर्वाधिक ऊंचे स्तरों से 5 प्रतिशत गिर चुके पेंट कंपनियों के शेयरों की चमक फिर से बढ़ रही है। विश्लेषकों का कहना है कि जहां ऊंची तेल कीमतों का परिचालन मुनाफे पर प्रभाव पड़ेगा, वहीं ये कंपनियां इसका प्रबंधन करने के लिए बेहतर […]
मुंबई, दिल्ली में स्थिर रहेगा कार्यालय किराया
बेंगलूरु के कार्यालय बाजार में अगले साल किराया बढऩे के आसार हैं, जबकि मुंबई और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में स्थिर रहने की संभावना है। नाइट फ्रैंक की एक रिपोर्ट में कहा गया है, ‘भारत के मुख्य कार्यालय बाजारों के लिए सकारात्मक रुझान 2020 की जुलाई-सितंबर अवधि में बना है। इस अवधि में कार्यालय स्थान […]
कोविड-19 के दौरान रियल एस्टेट में क्षेत्र में बेंगलूरु आगे
वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण पूरी दुनिया में आर्थिक गतिविधियां ठहर गई, खासकर कैलेंडर वर्ष 2020 की दूसरी तिमाही (अप्रैल-जून 2020) में इसका व्यापक असर रहा। इसका विश्व के प्रमुख शहरों की आवासीय संपत्तियोंं पर विपरीत असर पड़ा है। नाइट फ्रैंक के प्राइम ग्लोबल सिटीज इंडेक्स में 45 शहरोंं के दाम होते हैं। इस सूचकांक […]
माल गोदाम की मांग पर भी कोविड की मार
आर्थिक सुस्ती के चलते देश के आठ प्रमुख शहरों में वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान माल गोदामों की मांग 11 प्रतिशत गिरकर 413 लाख वर्ग फुट रह गई। हालांकि पिछले तीन वर्षों में माल गोदाम (वेयरहाउस) के बाजार में सालाना 44 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। कोविड-19 महामारी के कारण चालू वित्त वर्ष […]