महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) में मई और जून महीने में काम की मांग में भारी तेजी के बाद जुलाई महीने में काम की मांग घटी है। इसकी वजह यह है कि खरीफ की बुआई में काम करने के लिए अस्थायी मजदूर खेतों में लौट आए हैं। हालांकि अभी भी मनरेगा में काम […]
शहरी गरीबों को मिले 100 दिन रोजगार की गारंटी
सिविल सोसाइटी के कार्यकर्ताओं ने शहरी रोजगार गारंटी योजना के लागू होने की स्थिति में शहरी बेरोजगारों को 100 दिन के रोजगार की गारंटी अनिवार्य किए जाने की वकालत की है। केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी को लिखे एक पत्र में पीपुल्स ऐक्शन फॉर इंप्लाइमेंट गारंटी (पीएईजी) ने यह भी कहा है कि अधिनियम […]
कोविड महामारी की वजह सेे आई आर्थिक नरमी को दूर करने के प्रयास में जुटी सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता रोजगार सृजन की है। इसी क्रम में नरेंद्र मोदी सरकार देश के शहरी और उप नगरीय इलाकों में गरीबों और प्रवासियों के लिए एक रोजगार योजना लाने पर विचार कर रही है। अभी इस बारे […]
काम की मांग बढ़ी तो मनरेगा में होगी और धन की जरूरत
उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में पिसावा की रहने वाली रामबेटी एक बड़ी उलझन में पड़ गई हैं। वह कहती हैं कि मरनेगा के तहत मिलने वाले 100 दिनों के रोजगार की सीमा को उनका परिवार पूरा करने के करीब है और उन्हें नहीं पता कि साल के बाकी महीनों में वह क्या करेंगी। इस […]
राजकोषीय मोर्चे पर सजगता बरतने के शुरुआती संकेत
चालू वित्त वर्ष के पहले दो महीनों में केंद्र सरकार की राजस्व एवं व्यय स्थिति के बारे में जारी अस्थायी आंकड़े वर्ष 2020-21 के बाकी महीनों में सरकारी वित्त के समक्ष आने वाली तनावपूर्ण चुनौतियों को काफी स्पष्टता से पेश करते हैं। ये चुनौतियां राजकोषीय घाटे में खासी बढ़ोतरी की वजह से और बढ़ेंगी। बजट […]
कोविड-19 संकट के कारण तंगी के हालात में घिरे ग्रामीण श्रमिकों को मनरेगा का काम लगातार लुभा रहा है। इसके तहत अब अनिवार्य कार्य दिवसों की संख्या को बढ़ाकर 200 दिन करने और न्यूनतम मजदूरी को 600 रुपये प्रति दिन करने की मांग उठ रही है। फिलहाल, मनरेगा के तहत कानूनी रूप से 100 दिनों […]
अधिक रोजगार देने वाले विनिर्माण पर हो जोर
कोविड-19 महामारी के प्रसार और इस पर काबू पाने के लिए लागू की गई नीतियों ने श्रम बाजारों के लिए एक असामान्य झटका दिया जिससे भारत में बेरोजगारी स्तर काफी बढ़ गया है। अर्थव्यवस्था पर नजर रखने वाली संस्था सीएमआईई के मुताबिक अप्रैल 2020 में ही करीब 12.2 करोड़ लोग बेरोजगार हो गए थे। इतने […]
रघुवंश प्रसाद की विदाई के साथ एक समाजवादी प्रयोग का अंत
पूर्व केंद्रीय मंत्री और मनरेगा के सूत्रधार रघुवंश प्रसाद सिंह ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ ही बिहार में एक सामाजिक प्रयोग समाप्त हो गया है। मार्च 1990 का समय था। कुछ महीने पहले ही विश्वनाथ प्रताप सिंह प्रधानमंत्री बने थे और देवीलाल उनके नायब थे। […]
मनरेगा के तहत नहीं मिल रहा पर्याप्त रोजगार
मनरेगा के तहत प्रत्येक परिवार को 100 दिनों का रोजगार देने की गारंटी है लेकिन अब तक 100 दिन के रोजगार का सृजन दूर की बात ही रही है। दूसरी तरफ इसके तहत गारंटी शुदा कार्यदिवसों की संख्या बढ़ाने की मांग की जा रही है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हाल ही में मोदी सरकार […]