बाजार सूत्रों ने कहा कि हाजिर बाजार में सीमित आपूर्ति के बीच मांग बढ़ने से व्यापारियों ने ताजा सौदों की लिवाली की जिससे ग्वारगम कीमतों में तेजी आई।
उन्होंने कहा कि निचले स्तर पर निर्यात के लिए लिवाली बढ़ने से भी कारोबारी धारणा में सुधार हुआ।
भारत ग्वारगम का प्रमुख निर्यातक देश है क्योंकि अमेरिका और पश्चिम एशिया इस उत्पाद का उपयोग पेट्रोलियम और तेल क्षेत्र के उद्योगों में करते हैं।
एनसीडीईएक्स में ग्वारगम के जनवरी 2014 अनुबंध की कीमत 180 रपये अथवा 1.32 प्रतिशत की तेजी के साथ 13,800 रपये प्रति क्विंटल हो गई जिसमें 94 लॉट के लिए कारोबार हुआ।
ग्वारगम के नवंबर अनुबंध की कीमत 100 रपये अथवा 0.73 प्रतिशत की तेजी के साथ 13,730 रपये प्रति क्विंटल हो गई जिसमें 3,165 लॉट के लिए कारोबार हुआ।
ग्वारगम के अक्तूबर अनुबंध की कीमत 50 रपये अथवा 0.34 प्रतिशत की तेजी के साथ 14,800 रपये प्रति क्विंटल हो गई जिसमें 59 लॉट के लिए कारोबार हुआ।