हजारे ने यहां से 40 किलोमीटर दूर स्थित अपने गांव रालेगण सिद्धी में कहा कि प्रधानमंत्री ने पिछले मानसून सत्र में जन लोकपाल विधेयक पारित करने का आश्वासन दिया था। लेकिन केंद्र सरकार ने आश्वासन के अनुरूप विधेयक को राज्यसभा में पेश ही नहीं किया।
भ्रष्टाचार विरोधी विधेयक के लिए देशव्यापी आंदोलन की खातिर सूक्ष्मता से योजना बनाने में व्यस्त हजारे ने कहा, मैं दिल्ली के रामलीला मैदान में भूख हड़ताल की शुरूआत करूंगा और लोगों को अपनी तहसील, डीएम कार्यालयों में तब तक आंदोलन करना चाहिए, जब तक हम एक मजबूत जन लोकपाल हासिल न कर लें।
हजारे ने युवाओं और पूरे देश से उनके साथ मिलकर वैसा ही अहिंसक सत्याग्रह करने की अपील की, जैसा आंदोलन उन्होंने 16 अगस्त 2011 को शुरू किया था।
जारी भाषा