भारत में महिलाओं के खेल ने लोगों को अधिक आकर्षित नहीं किया है। सानिया मिर्जा, साइना नेहवाल और पीवी सिंधु ही सिर्फ तीन ऐसी खिलाड़ी हैं जो अपनी ब्रांड वैल्यू बना सकी हैं। मगर वीमंस प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) को अधिक स्क्रीन समय मिलने के साथ चीजें अब बदल रही हैं। महिला क्रिकेटरों को शामिल करने के लिए अब ब्रांड उनके पीछे भाग रहे हैं। साथ ही, उनके विज्ञापन के लिए होने वाले करार की रकम भी बढ़ रही है।
डब्ल्यूपीएल के दूसरे सीजन के बाद स्मृति मंधाना, शेफाली वर्मा और जेमिमा रोड्रिग्स शीर्ष तीन खिलाड़ी रहीं जिन्होंने विज्ञापन की दुनिया में सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। सूत्रों की मानें तो इन तीनों महिला क्रिकेटरों ने ब्रांडों से 5 लाख रुपये से लेकर 1.5 करोड़ रुपये तक की मांग की, जो अन्य महिला खिलाड़ियों की तुलना में काफी अधिक है। सूत्रों का कहना है कि महिला एथलीट आमतौर पर प्रति विज्ञापन 5 लाख रुपये से 50 लाख रुपये तक लेती हैं।
जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट्स के मुख्य वाणिज्य अधिकारी करण यादव ने बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘डब्ल्यूपीएल के दो सीजन के बाद और टूर्नामेंट की जबरदस्त सफलता के साथ-साथ हमारी महिला क्रिकेट टीम की उपलब्धि (एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने पर) से भी उनके लिए ब्रांड काफी दिलचस्पी दिखा रहे हैं। हमने जेमिमा रोड्रिग्स, शेफाली, स्मृति, हरमनप्रीत कौर और श्रेयंका पाटिल जैसी खिलाड़ियों के लिए ब्राडों की रुचि में वृद्धि देखी है।’
यादव ने कहा कि परिधान, क्रिकेट बैट विनिर्माता, आभूषण, ऑडियो, वियरेबल्स, स्किनकेयर, कार, मोबाइल और ई-कॉमर्स ऐसी श्रेणियां हैं जो महिला क्रिकेटरों को अपने साथ जोड़ने में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रही हैं।
रीडिफ्यूजन ब्रांड सोल्यूशंस के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक संदीप गोयल ने कहा कि डब्ल्यूपीएल के बाद अब इन महिला खिलाड़ियों के पास अधिक स्क्रीन टाइम है। इस कारण ही टूर्नामेंट के पूरे महीने के दौरान ब्रांड उनपर ध्यान देते रहे। उन्होंने कहा, ‘अब तक स्क्रीन टाइम की कमी के कारण महज कुछ ही महिला एथलीटों को ब्रांड मान्यता देते थे। हालांकि, डब्ल्यूपीएल की रेटिंग कम है और इन महिला क्रिकेटरों ने अभी तक कोई बड़ी उपलब्धि भी हासिल नहीं की है।’
यादव ने कहा कि जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट्स कंसल्टिंग महिला क्रिकेटरों के लिए साझेदारी करने में सक्षम है। कंपनी फिलहाल रोड्रिग्स और शेफाली वर्मा के लिए प्रबंधन करती है। दोनों खिलाड़ी दिल्ली कैपिटल्स टीम के लिए खेलती हैं।
यादव ने कहा, ‘सिएट, गूगल, पीजीआई, बोट और ह्युंडै समेत कुछ ऐसे ब्रांड हैं जिन्होंने हमारी महिला क्रिकेटरों के साथ करार फाइनल किए हैं। जिन ब्रांडों के साथ फिलहाल हमारी चर्चा चल रही है वह गोपनीय है और हम अनुबंध खत्म होने तक उनके नामों का खुलासा नहीं कर सकते हैं।’
थर्ड आईसाइट के संस्थापक देवांशु दत्ता ने कहा, ‘महिला क्रिकेट शुरू हुए कुछ समय हो गया है। अब इसका आकर्षण बढ़ रहा है मगर यह अभी शुरुआती चरण में ही है। कुल मिलाकर भारत में क्रिकेट के प्रति एक आकर्षण है। इस कारण ही महिला क्रिकेट को भी अन्य खेलों की तुलना में अधिक दर्शक मिल रहे हैं। महिला क्रिकेट में दमदार प्रदर्शन करने वालों के लिए भी यही बात लागू है।’