मंदी के हिचकोलों के बीच वाहन कंपनियों के गैराज से अच्छी खबर आई है।
यूरोपीय देशों में मांग बढ़ने की वजह से भारतीय कार कंपनियों की बिक्री को नई रफ्तार मिली है। दोपहिया बनाने वाली कंपनियां भी उन्हीं के पीछे दौड़ पड़ी है।
देश की दिग्गज कार कं पनियां मारुति सुजूकी इंडिया लिमिटेड और हुंडई मोटर्स इंडिया ने अप्रैल के महीने में लगभग 1,16,119 इकाइयों की बिक्री की। लेकिन इसमें निर्यात की जबरदस्त हिस्सेदारी रही। देसी बाजार में इन कंपनियों की बिक्री में मात्र 7.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, लेकिन निर्यात के मामले में उन्होंने 36 फीसदी की छलांग लगाई है।
यह लगातार चौथा महीना है जब मारुति के वाहनों की बिक्री ने 70,000 के आंकड़े को पार किया है। कंपनी ने अप्रैल के महीने में 71,748 कारों की बिक्री की जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 15.09 फीसदी अधिक है।
पिछले वर्ष अप्रैल महीने में कंपनी ने 62,336 कारों की ही बिक्री की थी। घरेलू बाजार में कंपनी के वाहनों की बिक्री में 9.0 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। हालांकि मार्च के महीने में यह आंकड़ा 14.6 फीसदी था। इस दौरान कंपनी का निर्यात 146 फीसदी बढ़ा।
निर्यात में आई तेजी के बारे में मारुति के कार्याधिकारी (बिक्री और मार्के टिंग) मयंक पारेख ने बताया, ‘यूरोपीय बाजारों में बिक्री की वजह है वहां की सरकार द्वारा दी जाने वाली आर्थिक सहायता। वहां लोगों को नई कार खरीदने के लिए सरकार 1500 यूरो प्रति कार देती है। इसके अलावा हमने इस साल ए-स्टार का निर्यात भी शुरू किया है, जो हम पहले नहीं करते थे।’
हुंडई की बिक्री अप्रैल माह के दौरान 10.9 फीसदी बढ़कर 44,371 कार पर पहुंच गई। पिछले साल की समान अवधि में कंपनी ने 40,000 कार की बिक्री की थी। अप्रैल के दौरान घरेलू बाजार में उसकी बिक्री 3.5 फीसदी बढ़कर 21,501 से 22,247 इकाइयों पर पहुंच गई। इस दौरान कंपनी ने 22,124 वाहनों का निर्यात किया। जबकि पिछले साल इसी अवधि में कंपनी ने 18,499 वाहनों का निर्यात किया था।
कंपनी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (मार्केटिंग) अरविंद सक्सेना ने बताया, ‘इस साल हमने लगभग 3 लाख कारों की बिक्री का लक्ष्य रखा है। इसके अलावा बाजार की सही हालत का अंदाजा तो चुनावों के बाद ही लग पाएगा।’
लक्जरी कार बनाने वाली होंडा सिएल कार्स इंडिया (एचएससीआई)की बिक्री भी 7.5 फीसदी बढ़कर 3,656 कार हो गई । जबकि पिछले साल की इसी समयावधि में यह आंकड़ा 3,400 कारों की बिक्री का ही था।
इस बारे में होंडा के उपाध्यक्ष (मार्केटिंग) ज्ञानेश्वर सेन ने बताया,’हम जल्द ही अपनी नई कार होंडा जैज भी लॉन्च करने वाले हैं। मंदी में भी हमारी कारों की बिक्री में तेजी आई है। यह नए वित्त वर्ष में अच्छा संकेत हैं।’ इस दौरान कं पनी ने होंडा सिटी की 2,801 इकाई, सिविक की 625 इकाई बेचीं और अकॉर्ड मॉडल की 230 इकाइयों की बिक्री की।
दोपहिया भी दौड़े सरपट
बाइक बनाने वाली कंपनियों में हीरो होंडा मोटर्स लिमिटेड की अप्रैल में बिक्री में 29.45 प्रतिशत का इजाफा दर्ज किया गया। इस दौरान कंपनी ने कुल 3,70,575 वाहनों की बिक्री की।
पिछले साल इसी माह में कंपनी ने 2,86,252 वाहन बेचे थे। कंपनी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (विपणन एवं बिक्री) अनिल दुआ ने कहा कि संकट और चुनौतीपूर्ण माहौल के बावजूद हमने बिक्री में इजाफा दर्ज किया है। कंपनी के वाहनों की बिक्री ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों के अलावा, शहरी बाजारों में बढ़ी है।
टीवीएस मोटर्स की इस साल अप्रैल में बिक्री 3 फीसदी बढ़ी है। अप्रैल में कंपनी ने घरेलू बाजार में 1,02,985 वाहनों की बिक्री की। जबकि पिछले साल अप्रैल में 99,759 वाहनों की ही बिक्री हुई थी।
हालांकि, मंदी की वजह से कंपनी के निर्यात पर असर पड़ा है। कंपनी ने बताया कि कुछ मुल्कों में मंदी की वजह से कंपनी के निर्यात बाजार पर असर पड़ा है। इस साल अप्रैल में हमने 10,134 वाहनों का निर्यात किया, जबकि पिछले साल अप्रैल में हमने 10,213 वाहनों का निर्यात किया था।
वाहन कंपनियों की बिक्री में आई जबरदस्त तेजी
मारुति सुजूकी को निर्यात में हुआ 146 फीसदी का इजाफा
हीरो होंडा के साथ टीवीएस और यामाहा की बिक्री में भी वृद्धि
हुंडई और होंडा ने भी बाजार में दर्ज कराई दमदार मौजूदगी
