बजाज ऑटो का शुद्घ लाभ तीसरी तिमाही में एक साल पहले की समान अवधि के मुकाले 23 प्रतिशत बढ़ गया। कंपनी ने कहा है कि तीन महीने की अवधि के दौरान आकर्षक आय को बिक्री मिश्रण में महंगे मॉडलों के ज्यादा योगदान और निर्यात बाजारों में शानदार बिक्री से मदद मिली।
कंपनी द्वारा दिसंबर तिमाही के दौरान बेचे गए कुल वाहनों में निर्यात का योगदान करीब 50 प्रतिशत रहा। कंपनी जिंस कीमतों में लगातार तेजी और घरेलू बाजार में कमजोर मांग के बीच सतर्क नजरिया बनाए हुए है।
पल्सर और डिस्कवर ब्रांडों की निर्माता बजाज ऑटो ने एक साल पहले के 1,262 करोड़ रुपये के मुकाबले 1,556 करोड़ रुपये का शुद्घ लाभ दर्ज किया है। शुद्घ राजस्व 17 प्रतिशत बढ़कर 8,910 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले 7,640 करोड़ रुपये था। एबिटा मार्जिन भी सालाना आधार पर 18.4 प्रतिशत से बढ़कर 19.8 प्रतिशत हो गया। कंपनी को लाभकारी वाणिज्यिक वाहन व्यवसाय में सालाना आधार पर भारी गिरावट के बावजूद एबिटा मार्जिन सुधारने में मदद मिली। आय का आंकड़ा सभी मानकों – राजस्व, लाभ के साथ साथ मार्जिन में बाजार अनुमानों को पार कर गया। अपने 75 वर्षों के इतिहास में पहली बार बजाज का कारोबार 9,000 करोड़ रुपये के निशान को पार कर गया।
कुल बिक्री (वाणिज्यिक वाहन और मोटरसाइकिल) निर्यात समेत सालाना आधार पर 9 प्रतिशत बढ़कर 1,306,810 वाहन रही, भले ही सीवी बिक्री पर दबाव बना रहा, क्योंकि स्कूल और कार्यालय बंद रहे और सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल सीमित बना रहा। निर्यात और घरेलू बाजारों में इसमें 65 प्रतिशत और 36 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
हीरो मोटोकॉर्प ने 10 करोड़ का आंकड़ा पार किया
देश की सबसे बड़ी दोपहिया वाहन विनिर्माता हीरो मोटोकॉर्प ने गुरुवार को कहा कि उसने संचयी उत्पादन में 10 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है और वह ऐसा करने वाली देश की पहली वाहन कंपनी है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि वह नए बाजारों में प्रवेश के साथ वैश्विक विस्तार जारी रखेगी और अगले पांच वर्षों में हर साल दस से ज्यादा उत्पाद पेश करेगी, जिनमें प्रीमियम मोटरसाइकलों की एक शृंखला शामिल है।
कंपनी ने बताया कि उसकी 10 करोड़वें वाहन एक एक्सट्रीम 160आर मॉडल का वाहन है जिसे हरिद्वार के विनिर्माण संयंत्र में तैयार किया गया। कंपनी ने 1984 में अपनी स्थापना के बाद 1994 में 10 लाख वाहनों का आंकड़ा पार किया। इसके बाद 2013 में 5 करोड़ और 2017 में 7.5 करोड़ का आंकड़ा पार किया था। एजेंसियां