भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में धमाकेदार जीत हासिल की है। अब भाजपा के लिए मुख्यमंत्री चुनना और जनता से किए वादे पूरे करना फिलहाल शीर्ष प्राथमिकता होगी। पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए जारी अपने चुनावी घोषणापत्र में 16 वादे किए थे, जिनमें महिलाओं को हरेक महीने 2,500 रुपये, प्रत्येक महिला को 500 रुपये में रसोई गैस सिलिंडर (होली और दीवाली पर एक सिलिंडर निःशुल्क सहित) देना भी शामिल थे। इसके अलावा, पार्टी ने दिव्यांग, वरिष्ठ नागरिकों एवं बुजुर्ग व्यक्तियों के भत्ते बढ़ाने की भी वादा किया था। भाजपा ने यह भी कहा था कि आम आदमी पार्टी सरकार में जारी कल्याणकारी योजनाएं पहले की तरह ही चलती रहेंगी।
अक्टूबर 2024 में दिल्ली के वित्त विभाग ने आप की मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना को लेकर आगाह किया था। इस योजना के अंतर्गत महिलाओं को प्रत्येक महीने 1,000 रुपये देने का वादा किया गया था। विभाग ने कहा था, इस योजना पर अमल से दिल्ली बजट घाटे की स्थिति में पहुंच जाएगी। राजस्व और पूंजी दोनों ही मोर्चे पर दिल्ली सरकार के लिए घाटे की स्थिति पैदा हो जाएगी। आप की इस योजना पर कुल 4,500 करोड़ रुपये खर्च आने का अनुमान था और इससे 38 लाख महिलाओं को लाभ मिलता। हालांकि, भाजपा ने इसी योजना के तहत भत्ता बढ़ाकर अब प्रति महीने 2,500 रुपये करने का वादा किया है। पार्टी ने अभी यह नहीं बताया कि इस योजना का लाभ लेने के लिए मानदंड क्या होंगे।
भाजपा ने पेंशन देने का भी वादा अपने घोषणापत्र में किया था। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में 24 लाख मतदाता 60 वर्ष से अधिक उम्र के थे, जिनमें 13.7 लाख की आयु 60-69 वर्ष के बीच है जिन्हें भाजपा ने उन्हें प्रत्येक महीने पेंशन के रूप में 2,500 रुपये देने का वादा किया है। शेष लोगों को प्रत्येक महीने 3,000 रुपये मिलेंगे। मगर भाजपा के लिए एक अच्छी बात यह है कि वह इन योजनाओं के लिए केंद्र सरकार से वित्तीय मदद मिलने की उम्मीद कर सकती है। शनिवार को जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि दिल्ली को दोहरे इंजन वाली सरकार का भरपूर लाभ मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में आने वाले सभी राज्यों हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली में अब भाजपा की सरकार है।
दिल्ली में 27 साल बाद सत्ता में वापसी करने वाली भाजपा ने नई सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में भ्रष्टाचार के मामलों की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने की घोषणा की है। भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि पार्टी भ्रष्टाचार को लेकर ‘कतई बर्दाश्त नहीं’ की नीति रखती है और घोटाले में शामिल लोगों को जवाबदेह ठहराया जाएगा। सचदेवा ने कहा, ‘जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई बार कहा है, और हमने भी कहा है। कैबिनेट की पहली बैठक में सीएजी की रिपोर्ट पेश की जाएगी। हम भ्रष्टाचार के सभी मामलों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का भी गठन करेंगे।’
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने विधान सभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) की करारी हार के एक दिन बाद रविवार को उपराज्यपाल वी के सक्सेना को अपना इस्तीफा सौंप दिया। अधिकारियों ने बताया कि आतिशी ने राज निवास में सक्सेना को अपना इस्तीफा सौंपा। उपराज्यपाल कार्यालय ने कहा कि सक्सेना ने निवर्तमान मुख्यमंत्री को नई सरकार के गठन तक पद पर बने रहने को कहा है। राज निवास ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल पर पोस्ट किया, ‘माननीय उपराज्यपाल वी के सक्सेना को आज मुख्यमंत्री आतिशी का इस्तीफा मिला। उन्होंने नई सरकार के गठन तक उन्हें (आतिशी) अपने पद पर बने रहने को कहा है।’