मनी लॉन्ड्रिंग केस (PMLA) में सुप्रीम कोर्ट से राहत न मिलने के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन तिहाड़ जेल पहुंचकर सरेंडर कर दिया है। उन्होंने यह कदम सुप्रीम कोर्ट के द्वारा जमानत याचिका खारिज किए जाने के कुछ ही घंटे बाद ही उठाया है।
आज सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस बेला एम त्रिवेदी की बेंच ने सत्येंद्र जैन से तुरंत सरेंडर करने के लिए कहा था, जिसके बाद वे फिर से तिहाड़ जेल पहुंच गए। जैन ने अपनी अर्जी में टॉप कोर्ट से सरेंडर करने के लिए एक सप्ताह का वक्त मांगा था।
गौरतलब है कि 26 मई, 2023 को सुप्रीम कोर्ट ने जैन को कुछ मेडिकल ग्राउंड पर 6 हफ्ते के लिए अंतरिम जमानत दी थी। बाद में भी सुनवाई होती रही और यह जमानत बढ़ती रही। मगर आज ऐसा नहीं हुआ। कोर्ट की तरफ से जमानत याचिका खारिज होने के बाद वे फिर से आज करीब-करीब 10 महीने बाद तिहाड़ जेल पहुंच गए हैं। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 17 जनवरी को ही फैसला सुरक्षित रख लिया था।
शकूर बस्ती से आम आदमी पार्टी से लगातार तीन बार विधायक रहे सत्येंद्र जैन पर मनी लॉन्ड्रिंग का मामला साल 2017 से चल रहा है। उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के केस में 2017 में CBI ने प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट (Prevention of Corruption Act.) के तहत FIR दर्ज किया था।
इसके बाद केंद्रीय जांच एजेंसी ED ने साल 2018 में इसी मामले में जैन से पूछताछ शुरू कर दी और 30 मई 2022 को गिरफ्तार कर लिया। जैन पर चार कंपनियों के साथ मिलकर मनी लॉन्ड्रिंग करने का आरोप है।
आप नेता सत्येंद्र जैन ने 6 अप्रैल, 2023 को दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। हाई कोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में जैन की जमानत को खारिज कर दिया था, जिसे लेकर वे सुप्रीम कोर्ट पहुंचे थे।