दिल्ली हाईकोर्ट की रोक के बावजूद सदर इलाके में लगने वाले पटरी बाजार से यहां के व्यापारियों को रोजाना लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है। सुबह छह बजे से साढ़े नौ बजे तक चलने वाले इस बाजार में सदर में मिलने वाली हर चीज की बिक्री होती है।
आलम यह है कि सदर इलाके के 20 हजार थोक कारोबारियों को अपनी दुकान खोलने के लिए पटरी के हटने का इंतजार करना पड़ता है। सबसे दिलचस्प यह है कि हर प्रकार के कर से मुक्त इस पटरी की दुकान से कोई भी वस्तु थोक से भी कम कीमत पर खरीदी जा सकती है।
इससे सरकार को लाखों रुपये का राजस्व का नुकसान हो रहा है। आर्थिक नुकसान व परेशानी को बढ़ता देख कनफेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेड एसोसिएशन अवमानना की याचिका दायर करने का मन बना रही है।
एसोसिएशन ने इस संबंध में इलाके के पुलिस अधिकारियों को भी सूचित किया है। कारोबारियों के मुताबिक पटरी पर सजने वाली ये दुकानें रूई मंडी, तेलीवाड़ा, गांधी मार्केट एवं मेन सदर बाजार के इलाके में लगती हैं।
