उत्तर प्रदेश में कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण के बाद अब पूर्वांचल में गोरखपुर हवाई अड्डे का भी विस्तार होगा। मुख्यमंत्री योगी की पहल पर गोरखपुर को ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट का तोहफा मिल सकता है। मुख्यमंत्री ने इस हवाई अड्डे के विस्तार के लिए जमीन तलाशने का निर्देश दिया है।
गोरखपुर हवाई अड्डे के विस्तार के लिए 1,500 एकड़ जमीन की जरुरत है। मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद हवाईअड्डे के आसपास धुरियापार इलाके के किसानों से जमीन ली जाएगी। प्रदेश सरकार की गोरखपुर में भी दिल्ली से सटे जेवर की तरह किसानों से जमीन लेकर ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट तैयार करने की योजना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके लिए जिलाधिकारी के विजयेंद्र पांडियन और सीईओ गोरखपुर इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (गीडा) संजीव रंजन को धुरियापार क्षेत्र में 1,500 से 1,600 एकड़ जमीन तलाशने का निर्देश दिया है। हाल ही में गीडा ने धुरियापार में 5,500 एकड़ जमीन के अधिग्रहण के लिए अधिग्रहण जारी किया है। इसके तहत 18 गांवों में किसानों से जमीनें ली जाएंगी।
फिलहाल गोरखपुर हवाई अड्डे से महज कुछ घरेलू उड़ानों का संचालन किया जा रहा है। गोरखपुर एयरपोर्ट से वर्तमान में दिल्ली और मुंबई के लिए तीन-तीन सहित कुल नौ उड़ानें संचालित हो रही हैं। यहां से हैदराबाद, कोलकाता, प्रयागराज के लिए एक-एक उड़ान होती है। ऐसे में गोरखपुर सिविल एयरपोर्ट छोटा पड़ रहा है। अभी गोरखपुर एयरपोर्ट का टर्मिनल सिर्फ 50 यात्रियों की ही क्षमता वाला है। अधिकारियों का कहना है कि अभी तो गोरखपुर एयरपोर्ट से घरेलू विमान सेवाओं का ही संचालन किया जाएगा पर विस्तार के बाद यहां से अंतरर्राष्ट्रीय हवाई सेवाएं भी शुरु हो सकती हैं।
अभी जगह की कमीं के चलते गोरखपुर हवाईअड्डे पर अक्सर उड़ानों में देरी हो जाती हैं। अधिकारियों का कहना है कि एक ही समय में दो उड़ान आ जाने से पार्किंग में एक विमान खड़ा होता है तो दूसरा रन-वे पर होता है। हाल ही में गोरखपुर एयरपोर्ट के लिए 350 यात्रियों के नए टर्मिनल के लिए कार्ययोजना स्वीकृत की गई है और टेंडर की प्रक्रिया आखिरी चरण में है।
