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ढलाई इकाइयों को गेल का तोहफा

Last Updated- December 07, 2022 | 8:47 PM IST

आगरा और फिरोजाबाद की  कांच एवं ढलाई इकाइयों  की ईंधन से जुड़ी समस्याओं का जल्द ही समाधान होने वाला है।


सार्वजनिक क्षेत्र की  कंपनी गैस इंडिया लिमिटेड (गेल) आगरा और आसपास के क्षेत्र में कांच और ढर्लाई उद्योग के लिए प्राकृतिक गैस की आपूर्ति बढ़ाने और कीमतों को कम करने के प्रस्ताव पर विचार कर रही है।

आगरा में लौह फाउंड्री के मालिकों और गेल प्रतिनिधियों की हुई एक बैठक में गेल अधिकारियों ने संकेत दिए कि वे जल्द ही आगरा के उद्योगपतियों को गैस परिवहन शुल्क में कटौती कर गैस कीमतों में 35 फीसदी तक की छूट की पेशकश करेंगे। इसके अलावा, नई औद्योगिक इकाइयों को कुछ बुनियादी कामों के लिए अगले साल तक गेल पाइपलाइन के जरिए सीएनजी कनेक्शन भी मिल जाएगा।

भारतीय उद्योग संघ (आईआईए) आगरा चैप्टर के अध्यक्ष और आगरा लौह स्थापना संघ (एआईएफए) के अध्यक्ष अमर मित्तल ने बताया कि आगरा के उद्योगों से सीएनजी सप्लाई करने के लिए 35 फीसदी की दर से परिवहन शुल्क लिया जाता है। गेल इस शुल्क का इस्तेमाल अपनी पाइपलाइन के रखरखाव के लिए इस्तेमाल करती है।

आईआईए और एआईएफए के प्रतिनिधियों के बीच हाल ही में हुई एक बैठक में गेल अधिकारी इस बात के लिए सहमत हो गए हैं कि यहां के उद्योगों को गैस परिवहन शुल्क में छूट दी जाएगी। गेल के इस फैसले से स्थानीय इकाइयों को काफी राहत मिलेगी। उल्लेखनीय है कि इस्पात की कीमतों में बढ़ोतरी और चीन से मिल रही प्रतिस्पर्धा के कारण आगरा का ढ़लाई उद्योग बेहद मुश्किल दौर से गुजर रहा है।

मित्तल ने बताया कि, आगरा की औद्योगिक इकाईयों को  लगभग 35 फीसदी परिवहन शुल्क में छूट मिलने से उसने गैस बिलों में काफी  कमी देखने को मिलेगी और उनके मार्जिन में सुधार आएगा। इसमें कोई शक नहीं कि इस पहल से आगरा के फांउड्री उद्योग दोबारा प्रतिस्पर्धा में लौट सकेगा।’

मित्तल ने यह भी बताया कि गेल अधिकारी नई औद्योगिक इकाइयों द्वारा गैस पाइपलाइन के लिए किए गए आवेदन को मंजूरी देने में भी तत्परता दिखाएंगे। ऐसी इकाइयां जिन्हें 1996 और 2005 के बीच गैस कनेक्शन नहीं मिल पाया है, वे भी इस वर्ष गैस कनेक्शन के लिए आवेदन कर सकते हैं।

उल्लेखनीय है कि किसी भी ढलाई इकाई को गैस कनेक्शन हासिल करने के लिए 2 लाख रुपये सुरक्षा रकम के रूप में देने होते हैं। इस राशि को बाद में वापस लिया जा सकता है।  मित्तल ने बताया कि औद्योगिक इकाइयों के लिए गैस कनेक्शन के स्थानांनतरण की प्रक्रिया को सरल बनाया जाएगा।

उन्होंने बताया कि आगरा में गैस की मांग प्रतिदिन करीब 3 से 4 लाख मानक घन मीटर  (एमएमएससीएमडी) है। इसमें से ज्यादातर गैस का इस्तेमाल फिरोजाबाद की कांच का सामान बनाने वाली इकाइयों में होता है।  जबकि ढलाई इकाइयों में एपीएम गैस की आवश्यकता का आधा इस्तेमाल किया जाता है।

मित्तल ने बताया कि गेल वास्तव में एपीएम गैस की कीमतों में बढ़ोतरी करना चहता है, ताकि गैस परिवहन में छूट का लाभ यहां से मिल सके। उन्होंने बताया कि इस पर अंतिम फैसला अभी किया जाना बाकी है।

कारोबारियों की गेल के साथ बातचीत
परिवहन शुल्क में कटौती पर सहमति
इस समय परिवहन शुल्क 35 प्रतिशत
गैस की आपूर्ति भी बढ़ेगी
कनेक्शन बदलना होगा आसान
एपीएम गैस को महंगा करने का इरादा

First Published - September 12, 2008 | 11:00 PM IST

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