NTA High Level Panel: NEET-UG 2024 जैसे बड़े और राष्ट्रीय स्तर के एग्जाम्स में पकड़ी गई धांधली के बाद एक तरफ जहां केंद्र सरकार ने NTA के डायरेक्टर जनरल सुबोध कुमार को हटा दिया है और परीक्षा में धांधली की जांच CBI को सौंप दी है तो वहीं केंद्र सरकार ने सात सदस्यों का एक पैनल भाी गठित कर दिया है। मीडिया एजेंसी ANI ने बताया कि सात सदस्यों की यह कमेटी NTA के काम करने के तरीके, पारदर्शी और सुरक्षित एग्जाम कैसे कराए जाएं. इसकी चर्चा के लिए आज यानी सोमवार को बैठक करेगा।
ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि इन बड़े एग्जाम्स को कराने वाली संस्था यानी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के कामकाज को किस तरह से सुनिश्चित किया जाए, इसे तय करने के लिए केंद्र सरकार ने एक हाई लेवल पैनल का गठन किया है। इस सात सदस्यीय पैनल की अगुवाई इसरो (ISRO) चीफ डॉक्टर के राधाकृष्णन करेंगे। यह जांच 2 महीने तक चलेगी। 2 महीने के भीतर यह पैनल केंद्र को रिपोर्ट सौंपेगा।
गौरतलब है कि देश की सबसे बड़ी मेडिकल परीक्षा में हुई धांधली को लेकर पूरे देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। न केवल नीट बल्कि, UGC नेट का एग्जाम भी हाल ही मैं कैंसिल कर दिया गया था। नेट के एग्जाम को भी NTA ही आयोजित कराता है। शिक्षा मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि सरकार ने 22 जून को एक बयान जारी कर कहा था कि शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षाओं के पारदर्शी, सुचारु और निष्पक्ष संचालन को सुनिश्चित करने के लिए इसरो के पूर्व अध्यक्ष और IIT कानपुर के BoG के चेयरमैन डॉ. के. राधाकृष्णन की अध्यक्षता में विशेषज्ञों की एक उच्च-स्तरीय समिति का गठन किया है।
हालांकि, उस समय सरकार की तरफ से यह नहीं बताया गया था कि समिति में कितने सदस्य होंगे। सरकार की तरफ से बनाई गई कमेटी परीक्षा प्रक्रिया के मैकेनिज्म में सुधार, डेटा सिक्योरिटी प्रोटोकॉल में सुधार और NTA के स्ट्रक्चर और फंक्शन पर सिफारिशें करेगी।