Skip to content
  रविवार 2 अप्रैल 2023
Trending
April 1, 2023IPL 2023 PBKS vs KKR: बारिश ने बिगाड़ा खेल, पंजाब ने डकवर्थ लुईस नियम से कोलकाता को 7 रनों से हराया
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • बजट 2023
  • अर्थव्यवस्था
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
    • विशेष
    • आज का अखबार
    • ताजा खबरें
    • अंतरराष्ट्रीय
    • वित्त-बीमा
      • फिनटेक
      • बीमा
      • बैंक
      • बॉन्ड
      • समाचार
    • कमोडिटी
    • खेल
    • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • अर्थव्यवस्था
  • बजट 2023
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विशेष
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
  • आज का अखबार
  • ताजा खबरें
  • खेल
  • वित्त-बीमा
    • बैंक
    • बीमा
    • फिनटेक
    • बॉन्ड
  • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  लेख  क्वाड समूह की नई दिशा में भारत की भूमिका
लेख

क्वाड समूह की नई दिशा में भारत की भूमिका

बीएस संवाददाता बीएस संवाददाता —September 28, 2021 11:33 PM IST
FacebookTwitterLinkedInWhatsAppEmail

सितंबर और अक्टूबर बहुपक्षीयता के त्योहारी मौसम हैं। जिन लोगों की रुचि लंबे भाषणों को समझने में है उनके लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक हाल ही में हुई है। जो लोग यह जानना चाहते हैं कि दुनिया दरअसल कहां जा रही है उनके लिए जी20 की बैठक है और जो लोग यह समझना जरूरी समझते हैं कि क्या इन महत्त्वाकांक्षाओं को हासिल किया जा सकता है उनके लिए विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की सालाना बैठकें हैं। इन सबके अलावा तमाम शिखर बैठक और छोटे समूहों के आयोजन हैं जो राष्ट्रीय स्थिति, नीतियां और साझेदारियां सुनिश्चित करते हैं।
इनमें पहली की बात करें तो संयुक्त राष्ट्र महासभा तो भारत के लिहाज से बिना किसी खास घटना के गुजर गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसा चाहते भी हैं। मौजूदा विश्व के अन्य नेताओं के उलट वह महासभा में आक्रामक या झगड़े वाली बात नहीं करते। गत वर्ष उनका भाषण भारत के विश्व को एक परिवार समझने के विचार पर केंद्रित था और इस वर्ष उन्होंने भारत के सुधारों के साथ यह बात की कि संयुक्त राष्ट्र कैसे खुद को प्रासंगिक बनाए रखे। यह स्वाभाविक राजनीतिक चयन नहीं है। मीडिया में भ्रामक सुर्खियां आईं मसलन, ‘प्रधानमंत्री ने की पाकिस्तान की आलोचना’, ‘प्रधानमंत्री ने दिया पाकिस्तान को कड़ा संदेश’ आदि। हालांकि पाकिस्तान के इमरान खान के उलट मोदी ने विश्व मंच पर ऐसी भावना का प्रदर्शन नहीं किया।
हो सकता है प्रधानमंत्री सोचते हों कि एक भारतीय नेता को विदेश में समुचित व्यवहार करना चाहिए। लेकिन आंशिक रूप से इसकी एक वजह यह भी हो सकती है कि विश्व स्तर पर भारत साझेदार देशों को अपनी ‘नरम शक्ति’ के कारण आकर्षक लगता है। एक ऐसा देश जिसकी अर्थव्यवस्था और सैन्य शक्तिदोनों बढ़ रहे हों लेकिन जो बहुपक्षीयता को नुकसान पहुंचाने का इरादा न रखता हो। संभव है कि अमेरिकी नेतृत्व के साथ प्रधानमंत्री की द्विपक्षीय वार्ता ने भी इस धारणा को ही पुष्ट किया होगा। इस वार्ता में अमेरिकी उपराष्ट्रपति के साथ किया गया संवाददाता सम्मेलन शामिल था जहां उन्होंने अपने भारतीय अतीत का उल्लेेख करके भारतीय प्रधानमंत्री को याद दिलाया कि भारतीयों को लोकतंत्र पसंद है। 
बहरहाल, जापानी, ऑस्ट्रेलियाई और अमेरिकी नेताओं के साथ क्वाड शिखर बैठक ने ज्यादा ध्यान आकृष्ट किया होगा। ध्यान रहे कि इस वक्त क्वाड के कुछ सदस्य इस बात पर जोर दे रहे हैं कि यह हिंद-प्रशांत क्षेत्र में एक नया सुरक्षा ढांचा विकसित करने पर केंद्रित है। टाइम्स ऑफ इंडिया ने कहा कि चारों देशों के नेताओं ने स्पष्ट संकेत दिए कि क्वाड सुरक्षा आधारित संगठन है। उसने ऐसा बैठक के संयुक्त वक्तव्य में उल्लिखित मुक्त, खुली और नियम आधारित व्यवस्था के हवाले से कहा। अन्य समाचार माध्यमों ने अत्यधिक उन्नत संयुक्त कवायदों की ओर इशारा किया कि कहा कि चारों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार वहां मौजूद थे।
दूसरी ओर संयुक्त वक्तव्य को पढ़ें तो यह स्पष्ट होता है कि क्वाड ने तय किया है कि वह गैर सैन्य मसलों का समाधान करेगा। संयुक्त वक्तव्य में कोविड-19 महामारी को लेकर संयुक्त प्रतिक्रिया, जलवायु परिवर्तन और अहम तथा उभरती तकनीकों का जिक्र है। भारत के विदेश सचिव ने ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और अमेरिका के बीच ऑकस समझौते पर प्रतिक्रिया देते हुए साफ कहा था कि दोनों समूहों की प्रकृति समान नहीं है। उन्होंने कहा कि क्वाड बहुलतावादी समूह है जिसके सदस्य साझा मूल्यों वाले सकारात्मक और सक्रिय एजेंडा के साथ बढ़ रहे हैं जबकि ऑकस तीन देशों का सुरक्षा गठजोड़ है। यह बात उस अज्ञात अमेरिकी अधिकारी के समान ही है जिसने कहा था कि यह एक अनौपचारिक संगठन है जो सुरक्षा मसलों का निराकरण नहीं करता।  हिंदुस्तान टाइम्स ने एक वरिष्ठ भारतीय अधिकारी के हवाले से कहा कि ऑकस समझौते के बाद क्वाड को सुरक्षा संगठन नहीं माना जाएगा और हम यही चाहते थे। 
इसकी कई वजह हो सकती हैं। एक तो यही कि महामारी के दौर में कारोबारी रिश्ते बहुत सीमित हो गए थे तब अधिकांश देशों के बीच यह भावना बढ़ी कि कौन सी बातें उनकी राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित करती हैं। स्वास्थ्य सेवाओं की अहमियत बढ़ी। संयुक्त वक्तव्य में भी इस बात का उल्लेख किया गया कि भारत की कंपनी बायोलॉजिकल ई लिमिटेड द्वारा एक अरब टीकों के उत्पादन को क्वाड का समर्थन है। बीते वर्षों में सेमीकंडक्टर की भारी कमी रही जिससे स्पष्ट हुआ कि उन्नत तकनीक वाली वस्तुओं और उनके कच्चे माल की भी अहमियत है। आपका तकनीकी ढांचा कौन संभालता है यह भी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्त्वपूर्ण है। संयुक्त वक्तव्य में 5जी पर सहयोग को लेकर जोर दिया गया। 100 नई एसटीईएम स्नातक छात्रवृत्ति भी घोषित की गईं। बैठक में तकनीकी डिजाइन, विकास, संचालन और इस्तेमाल को लेकर साझा सिद्धांतों की बात की गई जो आदर्श रूप से बुनियादी वित्त तथा गुणवत्ता जैसे क्षेत्रों में और अधिक साझा सिद्धांतों की पृष्ठभूमि तैयार करेंगे। संयुक्त वक्तव्य में तीसरा प्रमुख मुद्दा था जलवायु परिवर्तन का। वह भी राष्ट्रीय सुरक्षा का मसला है क्योंकि दुनिया भर में इसकी वजह से बड़ी तादाद में लोग मारे जा रहे हैं, पानी को लेकर संघर्ष बढ़ रहे हैं और सीमाओं पर दबाव बन रहा है। शायद क्वाड के भविष्य के बारे में सोचने का सही तरीका यही है कि यह सैन्य मामलों से संबंधित नहीं लेकिन व्यापक सुरक्षा से जुड़ा जरूर है। भारत ने अपनी रचनात्मक ढंग से बढ़ते देश की जो छवि बनाई है वह सुरक्षा की इस व्यापक अवधारणा से आसानी से मिल जाती है। इससे यह अवसर भी मिलता है कि फिलहाल भारत की कमजोरियां एक तरफ तह कर दी जाएं। इन कमजोरियों में रक्षा में कम निवेश क्षमता, अर्थव्यवस्था का अपेक्षित गति से न बढऩा, आवश्यक सैन्य बदलावों की अनिच्छा तथा विभिन्न गठजोड़ों में शामिल होने को लेकर भारतीय सत्ता प्रतिष्ठान का आत्मसंशय आदि शामिल हैं। यदि क्वाड एक सैन्य गठजोड़ होता तो भारत हमेशा कमजोर कड़ी रहता। वह एक व्यापक विचार बनने में कामयाब होता है तो भारत इसका इंजन बन सकता है।

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोषक्वाड समूहजी20भारतशिखर बैठकसंयुक्त राष्ट्र महासभा
FacebookTwitterLinkedInWhatsAppEmail

संबंधित पोस्ट

  • संबंधित पोस्ट
  • More from author
आज का अखबार

शोध एवं विकास की अहमियत

March 31, 2023 11:39 PM IST
आज का अखबार

सियासी हलचल : आसान नहीं है हिमाचल में सुक्खू सरकार की राह 

March 31, 2023 11:35 PM IST
आज का अखबार

लालच की वजह से बढ़ा वित्तीय क्षेत्र में जो​खिम

March 31, 2023 11:18 PM IST
आज का अखबार

हरियाली की दीवार

March 30, 2023 11:08 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

सरकार ने जारी किया नई विदेश व्यापार नीति, ई-कॉमर्स को बढ़ावा देने के लिए तैयार हो रहे दिशानिर्देश

March 31, 2023 11:14 PM IST
अर्थव्यवस्था

नीति की समीक्षा तक मुफ्त रहेगा UPI से लेन-देन, NPCI के सीईओ ने बताई पूरी प्रक्रिया

March 31, 2023 10:05 PM IST
आपका पैसा

New Financial Year : नया फाइनेंशियल ईयर कल से शुरू, ये वित्तीय बदलाव आम व्यक्ति की जेब पर डालेंगे सीधा असर

March 31, 2023 7:40 PM IST
आपका पैसा

खुशखबरी! छोटी बचत योजनाओं में निवेश करने वालों को सौगात, मोदी सरकार ने ब्याज दर में किया इजाफा

March 31, 2023 6:22 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

अजय बंगा का निर्विरोध World Bank अध्यक्ष का अगला अध्यक्ष बनना तय

March 31, 2023 4:56 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

Twitter पर छाए Elon Musk, फॉलोवर्स की लिस्ट में बराक ओबामा और जस्टिन बीबर भी छूट गए पीछे

March 31, 2023 4:28 PM IST

Trending Topics


  • PhonePe
  • Stocks to Watch
  • Gold Price Today
  • Indore Temple Tragedy
  • COVID-19 Update
  • Rupee vs Dollar
  • Reliance | Jio Financial

सबकी नजर


IPL 2023 PBKS vs KKR: बारिश ने बिगाड़ा खेल, पंजाब ने डकवर्थ लुईस नियम से कोलकाता को 7 रनों से हराया

April 1, 2023 8:04 PM IST

Liquor sales : रोजाना 19.71 करोड़ रुपये की शराब पी गए दिल्ली वाले ! दिल्ली सरकार ने शराब बिक्री से ‘अब तक सबसे ज्यादा’ कमाई की

April 1, 2023 7:43 PM IST

Amul Milk Price Hike: झटका ! फिर बढ़े अमूल दूध के दाम, 2 रुपये प्रति लीटर का हुआ इजाफा

April 1, 2023 6:52 PM IST

Rupee ग्लोबल करेंसी बनने की राह पर... अब ‘रुपए’ में हो सकेगा भारत-मलेशिया के बीच द्विपक्षीय व्यापार

April 1, 2023 6:35 PM IST

Vande Bharat : MP को मिली पहली वंदे भारत, PM मोदी ने दिखाई ट्रेन को हरी झंडी, जानें किराया, रूट और टाइमिंग

April 1, 2023 5:59 PM IST

Latest News


  • IPL 2023 PBKS vs KKR: बारिश ने बिगाड़ा खेल, पंजाब ने डकवर्थ लुईस नियम से कोलकाता को 7 रनों से हराया
    by भाषा
    April 1, 2023
  • Liquor sales : रोजाना 19.71 करोड़ रुपये की शराब पी गए दिल्ली वाले ! दिल्ली सरकार ने शराब बिक्री से ‘अब तक सबसे ज्यादा’ कमाई की
    by भाषा
    April 1, 2023
  • Amul Milk Price Hike: झटका ! फिर बढ़े अमूल दूध के दाम, 2 रुपये प्रति लीटर का हुआ इजाफा
    by भाषा
    April 1, 2023
  • Rupee ग्लोबल करेंसी बनने की राह पर… अब ‘रुपए’ में हो सकेगा भारत-मलेशिया के बीच द्विपक्षीय व्यापार
    by बीएस वेब टीम
    April 1, 2023
  • Vande Bharat : MP को मिली पहली वंदे भारत, PM मोदी ने दिखाई ट्रेन को हरी झंडी, जानें किराया, रूट और टाइमिंग
    by भाषा
    April 1, 2023
  • चार्ट
  • आज का बाजार
58991.52 
IndicesLastChange Chg(%)
सेंसेक्स58992
10311.78%
निफ्टी58992
10310%
सीएनएक्स 50014558
2121.48%
रुपया-डॉलर82.15
--
सोना(रु./10ग्रा.)51317.00
0.00-
चांदी (रु./किग्रा.)66740.00
0.00-

  • BSE
  • NSE
CompanyLast (Rs)Gain %
Sonata Software837.4011.34
Brightcom Group14.649.99
Easy Trip Plann.43.539.10
Capri Global652.458.67
HLE Glascoat503.307.51
Macrotech Devel.930.607.48
आगे पढ़े  
CompanyLast (Rs)Gain %
Sonata Software836.3011.26
Capri Global661.159.91
Apar Inds.2504.909.88
Brightcom Group14.609.77
BLS Internat.165.709.55
Easy Trip Plann.43.609.27
आगे पढ़े  

# TRENDING

PhonePeStocks to WatchGold Price TodayIndore Temple TragedyCOVID-19 UpdateRupee vs DollarReliance | Jio Financial
© Copyright 2023, All Rights Reserved
  • About Us
  • Authors
  • Partner with us
  • Jobs@BS
  • Advertise With Us
  • Terms & Conditions
  • Contact Us