Delhi Pollution: दिल्ली सरकार ने मंगलवार को सभी स्कूलों को निर्देश दिया है कि वे क्लास 5 तक के बच्चों के लिए हाइब्रिड मोड में पढ़ाई कराएं। इसका मतलब है कि पढ़ाई ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से होगी। यह कदम राजधानी में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए उठाया गया है।
केंद्रीय सरकार ने आज ही ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के स्टेज III को लागू किया, क्योंकि दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 425 तक पहुंच गया है, जो “सिवियर” यानी बहुत गंभीर श्रेणी में आता है।
दिल्ली के शिक्षा विभाग (DoE), NDMC, MCD और दिल्ली कैंटोनमेंट बोर्ड के सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और मान्यता प्राप्त प्राइवेट स्कूलों को यह निर्देश जारी किया गया है। नोटिस में लिखा गया है कि स्कूल तुरंत हाइब्रिड मोड में पढ़ाई शुरू करें और यह व्यवस्था आगे के आदेश तक जारी रहेगी।
पिछले कुछ दिनों में राजधानी में हवा की गुणवत्ता लगातार खराब रही है। सोमवार को AQI 362 था, जो मंगलवार सुबह बढ़कर 425 हो गया। इसके पीछे मौसम स्थिर होना, धीमी हवाएं और प्रदूषण के सतह के करीब जमा होना मुख्य कारण हैं।
दिल्ली और आसपास के इलाकों में हवा की गुणवत्ता अभी भी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है। MCD ने हालांकि प्रदूषण कम करने के लिए कई कदम उठाए हैं, जैसे एंटी-स्मॉग गन और मैकेनिकल स्वीपर की तैनाती।
दिल्ली में आज से ग्रेप (GRAP) का स्टेज-III लागू कर दिया गया है। इस स्टेज के तहत सरकार ने कुछ गतिविधियों पर पाबंदी लगाई है। गैर-जरूरी निर्माण का काम और ध्वस्त (demolition) कार्य पूरी तरह बंद कर दिए गए हैं। इसके अलावा स्टोन क्रशर और खनन (mining) गतिविधियां भी रोक दी गई हैं। BS-III पेट्रोल और BS-IV डीजल चलाने वाली चार-पहिया गाड़ियों पर रोक लगाई गई है, सिवाय उन वाहनों के जो विकलांगों (persons with disabilities) के लिए हैं।
सरकार ने नागरिकों से अपील की है कि वे ज़रूरत पड़ने पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करें। यह कदम दिल्ली में वायु प्रदूषण को कम करने और लोगों की सेहत सुरक्षित रखने के लिए उठाया गया है।