वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को अपने बजट भाषण में कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत 3 करोड़ और घर बनाए जाएंगे। इसी बीच निशिथ देसाई एसोसिएट्स में कॉर्पोरेट और एमएंडए के एडवोकेट योगेश नायक कहा कि सरकार की लगातार मदद से सस्ते घरों के बाजार में लोगों की रुचि बढ़ेगी और यह बाजार भी तेजी से बढ़ेगा।
योजना की मुख्य बातें:
ज्यादा घर: सरकार प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत और 3 करोड़ घर बनाने की योजना बना रही है। ये घर शहरों और गांवों में घर की कमी को पूरा करेंगे। इससे शहर अच्छे तरीके से बढ़ेंगे और सस्ते घरों का बाजार फिर से अच्छे दिन देखेगा।
पैसे का इंतज़ाम: अगले पांच सालों में PMAY के लिए 10 लाख करोड़ रुपये रखे गए हैं। इसमें से 2.2 लाख करोड़ रुपये सिर्फ शहरों में घर बनाने के लिए हैं। इससे शहरों में रहने वाले 1 करोड़ गरीब और मिडिल क्लास परिवारों को फायदा होगा। बजट में सस्ते घरों के लिए लोन पर ब्याज सब्सिडी की भी बात कही गई है। साल 2024 के अंतरिम बजट में वित्त मंत्री ने कहा था कि अगले पांच सालों में और 2 करोड़ घर बनाए जाएंगे।
सस्ते घर: PMAY का मकसद कम आमदनी वाले लोगों को सस्ते घर देने का है, ताकि हर कोई अपना घर खरीद सके।
महिलाओं के लिए: इस योजना में महिलाओं को ज्यादा महत्व दिया गया है, क्योंकि घर में महिलाओं की अहम भूमिका होती है। इससे महिलाओं को अपने नाम से घर होने का फायदा मिलेगा।
अल्पसंख्यकों के लिए: PMAY में दलितों, आदिवासियों और दूसरे कमजोर समुदायों को भी फायदा मिलेगा।
बुजुर्गों के लिए: इस योजना में बुजुर्गों को ग्राउंड फ्लोर पर घर देने की कोशिश की गई है, जिससे उन्हें रहने में आसानी होगी।
रजिस्ट्रेशन जरूरी: PMAY योजना का फायदा लेने के लिए लोगों को रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। इससे पता चलेगा कि कौन इस योजना का लाभ ले सकता है और किसे घर दिया जाएगा।
दूसरे कमजोर वर्ग के लोग: महिलाओं और अल्पसंख्यकों के अलावा, PMAY का फायदा दूसरे कमजोर लोगों को भी मिलेगा जैसे कि किन्नर, विधवाएं और कम आय वाले लोग। इससे समाज के हर वर्ग के लोगों को घर मिल सकेगा।