भारत में आयकर (Income Tax), वस्तु एवं सेवा कर (GST), कैपिटल गेन टैक्स, इनहेरिटेंस टैक्स जैसी कई तरह की टैक्स देनदारियां हैं, जिनका बोझ आम आदमी से लेकर कारोबारियों तक को उठाना पड़ता है। हर साल देश के नागरिकों के लिए इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने और टैक्स प्लानिंग की जद्दोजहद भी कम नहीं होती।
ऐसे में अगर कोई देश ऐसा हो जहां टैक्स का झंझट ही न हो, तो वो हर टैक्सपेयर का सपना हो सकता है। दुनिया में कुछ देश ऐसे हैं जिन्हें टैक्स हेवन कहा जाता है। ये देश या तो बिल्कुल इनकम टैक्स नहीं लगाते या फिर बेहद कम टैक्स वसूलते हैं। यही वजह है कि दुनियाभर के अमीर लोग और कंपनियां ऐसे देशों की ओर रुख करते हैं।
आइए, जानते उन 5 देशों के बारे में जहां टैक्स का झंझट ही नहीं है…
वेस्ट इंडीज़ में बसा यह देश टैक्स फ्री जीवनशैली के लिए मशहूर है। यहां इनकम टैक्स, कैपिटल गेन टैक्स, इनहेरिटेंस टैक्स या गिफ्ट टैक्स जैसा कोई टैक्स नहीं लिया जाता।
यहां परमानेंट रेसिडेंसी के लिए केवल 90 दिन का न्यूनतम प्रवास काफी है, हालांकि तेज प्रोसेसिंग के लिए 7.5 लाख BSD डॉलर से ज़्यादा की प्रॉपर्टी खरीदनी होती है।
यहां जीवन अपेक्षाकृत किफायती है, लेकिन मेडिकल सुविधाएं थोड़ी सीमित हो सकती हैं। इसके बावजूद, टैक्स फ्री जीवन की तलाश करने वालों के लिए यह एक आकर्षक विकल्प है।
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बरमूडा में न तो इनकम टैक्स है, न ही कॉर्पोरेट टैक्स या कैपिटल गेन टैक्स। हालांकि, यहां पेरोल टैक्स, स्टांप ड्यूटी और कस्टम ड्यूटी जैसे शुल्क जरूर लगते हैं। फिर भी यह एक टैक्स-फ्रेंडली जुरिस्डिक्शन माना जाता है।
मध्य अमेरिका में स्थित पनामा को टैक्स हेवन माना जाता है। यहां की टैक्स नीति और बैंकिंग गोपनीयता इसे निवेशकों और व्यवसायों के लिए पसंदीदा बनाती है।
पनामा में ऑफशोर कंपनियों को तब तक कोई टैक्स नहीं देना होता जब तक वे देश के भीतर व्यापार नहीं करतीं। यहां इनकम टैक्स, कॉर्पोरेट टैक्स, कैपिटल गेन टैक्स जैसी देनदारियां नहीं हैं।
हालांकि ‘पनामा पेपर्स’ जैसे मामलों के बाद इस देश पर पारदर्शिता बढ़ाने का अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ा है।
डोमिनिका भी टैक्स फ्री देशों में शामिल है। यहां इनकम टैक्स, गिफ्ट टैक्स, इनहेरिटेंस टैक्स, ऑफशोर इनकम टैक्स जैसी कोई देनदारी नहीं होती।
यहां के कानून ऑफशोर फाउंडेशन, ट्रस्ट और कंपनियां बनाने की छूट देते हैं और मालिकों की पहचान गोपनीय रखी जाती है।
हालांकि, यह देश भी अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टैक्स ट्रांसपेरेंसी को लेकर सुधार के प्रयास कर रहा है।
केरेबियन समुद्र में बसा यह देश भी टैक्स फ्री लाइफस्टाइल के लिए जाना जाता है। यहां इनकम टैक्स, कैपिटल गेन टैक्स, कॉर्पोरेट टैक्स, पेरोल टैक्स—किसी भी तरह का टैक्स नहीं लिया जाता।
इस कारण से यह देश मल्टीनेशनल कंपनियों का पसंदीदा अड्डा बन चुका है। हालांकि, यहां रहना बेहद महंगा है और रेसिडेंसी पाने के लिए बड़ी रकम निवेश करनी होती है।
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टैक्स हेवन ऐसे देश या क्षेत्र होते हैं जहां टैक्स बहुत कम होता है और वित्तीय गोपनीयता (financial secrecy) का सख्त नियम होता है। ये देश राजनीतिक और आर्थिक रूप से स्थिर होते हैं। यहां की व्यवस्था इस तरह होती है कि विदेशी निवेशकों को अपने पैसे और लेनदेन को छिपाने की छूट मिलती है।
टैक्स हेवन की आलोचना भी होती है। कई देशों का मानना है कि इनकी वजह से टैक्स चोरी, मनी लॉन्ड्रिंग और आर्थिक असमानता जैसी समस्याएं बढ़ती हैं। आलोचकों का कहना है कि ये देश अमीरों को टैक्स से बचने का रास्ता देते हैं, जिससे आम लोगों पर टैक्स का बोझ बढ़ता है।