EPFO New Rules 2025: भारत में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) देश के करोड़ों कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण संस्था है। यह संस्था कर्मचारियों के भविष्य निधि (प्रोविडेंट फंड) और पेंशन से जुड़े मामलों को संभालती है। हाल ही में, EPFO ने आधार को यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) से जोड़ने और इससे जुड़ी दूसरी प्रक्रियाओं को आसान बनाने के लिए कुछ नए नियम लागू किए हैं। ये बदलाव 13 अगस्त 2025 को जारी एक सर्कुलर में घोषित किए गए हैं। इसका मकसद कर्मचारियों के लिए चीजें आसान करना, कागजी कार्रवाई को कम करना और फंड तक तेजी से पहुंच सुनिश्चित करना है। आइए, इन बदलावों को विस्तार से समझते हैं।
EPFO ने आधार और UAN को जोड़ने की प्रक्रिया को पहले से कहीं ज्यादा सरल कर दिया है। अगर आपके आधार और UAN में दर्ज नाम, जन्मतिथि और लिंग पूरी तरह से मेल खाते हैं, तो अब आपको EPFO से अलग से इजाजत लेने की जरूरत नहीं होगी। आप अपने एम्प्लॉयर से संपर्क कर सकते हैं, जो एम्प्लॉयर पोर्टल पर उपलब्ध KYC (नो योर कस्टमर) सुविधा के जरिए आपके आधार को UAN से जोड़ सकता है। पहले इस प्रक्रिया में कई स्तरों पर वेरिफिकेशन की जरूरत पड़ती थी, जिसके कारण देरी होती थी। अब यह कदम समय बचाने और प्रक्रिया को तेज करने में मदद करेगा।
कई बार ऐसा होता है कि आधार और UAN में दर्ज जानकारी, जैसे नाम, जन्म तिथि या लिंग, में अंतर होता है। पहले इस तरह की गड़बड़ी को ठीक करना एक जटिल प्रक्रिया थी। लेकिन अब EPFO ने जॉइंट डिक्लेरेशन (JD) प्रक्रिया को सरल बनाया है।
एम्प्लॉयर के जरिए सुधार: अगर आपके आधार और UAN में जानकारी मेल नहीं खाती, तो आपका एम्प्लॉयर ऑनलाइन जॉइंट डिक्लेरेशन फॉर्म के जरिए इसे ठीक कर सकता है। उदाहरण के लिए, अगर गलत आधार नंबर आपके UAN से जुड़ा हुआ है, तो एम्प्लॉयर सही आधार नंबर दर्ज करके इसे सुधारने का अनुरोध कर सकता है। इस अनुरोध को क्षेत्रीय कार्यालय (Regional Office) में वेरिफिकेशन के लिए भेजा जाएगा।
एम्प्लॉयर उपलब्ध न होने पर: अगर आपकी कंपनी बंद हो चुकी है या एम्प्लॉयर उपलब्ध नहीं है, तो आप खुद एक फिजिकल जॉइंट डिक्लेरेशन फॉर्म भर सकते हैं। इस फॉर्म को अधिकृत व्यक्ति, जैसे गजटेड अधिकारी, से वेरिफाई करवाकर नजदीकी EPFO क्षेत्रीय कार्यालय के पब्लिक रिलेशन ऑफिसर (PRO) काउंटर पर जमा करना होगा। PRO इसकी जांच करेगा और इसे ऑनलाइन अपलोड करके आगे की प्रक्रिया के लिए भेजेगा।
हालांकि, अगर आपका आधार पहले से ही वेरिफाइड है, तो उसमें बदलाव की इजाजत नहीं दी जाएगी। यह नियम यह सुनिश्चित करता है कि पहले से वेरिफाइ़ जानकारी में अनावश्यक बदलाव न हो।
EPFO ने नाबालिग लाभार्थियों के लिए ‘क्लेम सेटलमेंट प्रोसेस’ को भी आसान किया है। अगर किसी EPF मेंबर की मृत्यु हो जाती है, तो उसके नाबालिग बच्चों को मिलने वाली राशि, जैसे पेंशन या एकमुश्त भुगतान, अब सीधे उनके बैंक खाते में जमा की जाएगी। पहले इसके लिए अभिभावक प्रमाणपत्र (गार्जियन सर्टिफिकेट) की जरूरत पड़ती थी, लेकिन अब इसकी जरूरत नहीं होगी। EPFO के अधिकारी नाबालिग के लिए बैंक खाता खोलने में मदद करेंगे ताकि भुगतान में देरी न हो। यह बदलाव विशेष रूप से उन परिवारों के लिए मददगार है जो पहले से ही मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं।
EPFO ने आधार को UAN से जोड़ने के लिए UMANG मोबाइल ऐप का उपयोग करने की प्रक्रिया को भी प्रोत्साहित किया है। यह एक सरकारी ऐप है जो कई सेवाओं को एक मंच पर उपलब्ध कराता है। आधार को UAN से जोड़ने के लिए निम्नलिखित कदम उठाए जा सकते हैं:
यह प्रक्रिया कुछ ही मिनटों में पूरी हो सकती है, लेकिन वेरिफिकेशन और एक्सेप्टेंस में 3 से 5 दिन या कुछ मामलों में 15 दिन तक का समय लग सकता है।
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EPFO ने 1 अगस्त 2025 से एक और जरूरी बदलाव लागू किया है। अब नए UAN जनरेट करने और UMANG ऐप के जरिए इसे सक्रिय करने के लिए आधार-आधारित फेस वेरिफिकेशन (Face Authentication Technology) अनिवार्य कर दिया गया है। यह नियम प्रणाली को और सुरक्षित बनाने के लिए लाया गया है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि केवल सही व्यक्ति ही UAN बनाए और उसका उपयोग करे।
16 जनवरी 2025 से, EPFO ने जॉइंट डिक्लेरेशन प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल कर दिया है। अगर आपका UAN आधार से जुड़ा हुआ है या आधार पहले से वेरिफाइड है, तो आप ऑनलाइन जॉइंट डिक्लेरेशन सबमिट कर सकते हैं। यह कदम प्रक्रिया को और तेज करने और कागजी कार्रवाई को कम करने के लिए उठाया गया है।
UAN एक 12 अंकों का अनूठा नंबर है जो हर EPF मेंबर को दिया जाता है। यह नंबर नौकरी बदलने पर भी वही रहता है। आधार को UAN से जोड़ने के बाद, मेंबर बिना एम्प्लॉयर की मध्यस्थता के सीधे EPFO सर्विस का फायदा उठा सकते हैं। इससे ऑनलाइन PF ट्रांसफर, निकासी और पेंशन निपटान जैसी प्रक्रियाएं तेज हो जाती हैं। साथ ही, गलत जानकारी के कारण दावों के रिजेक्शन की संभावना भी कम हो जाती है।
ये नए नियम EPFO के 27 करोड़ से ज्यादा मेंबर्स के लिए एक बड़ा बदलाव लाएंगे। आधार-UAN लिंकिंग को आसान बनाने और क्लेम सेटलमेंट प्रोसेस को तेज करने से कर्मचारियों को अपने फंड तक पहुंचने में कम समय लगेगा। खासकर नाबालिग लाभार्थियों के लिए यह बदलाव बहुत राहत देने वाला है, क्योंकि अब उन्हें अधिक डॉक्यूमेंट्स की जरूरत नहीं होगी। साथ ही, डिजिटल प्रक्रियाओं का बढ़ता उपयोग कर्मचारियों को आजादी देता है, ताकि वे एम्प्लॉयर पर पूरी तरह निर्भर न रहें।